बलिया
महत्वपूर्ण अवसर पर महोबा में बलिया के डॉ विद्यासागर उपाध्याय को मिला कर्तव्यनिष्ठा सम्मान
बलिया। बुंदेलखंड की साहित्यिक धरोहर को समर्पित पंद्रहवें सारस्वत समारोह का आयोजन महोबा में किया गया, जहां जिले के प्रख्यात शिक्षाविद और दार्शनिक चिंतक डॉ विद्यासागर उपाध्याय को विशेष सम्मान से अलंकृत किया गया। यह समारोह पंडित बृजमोहन अवस्थी संस्थान द्वारा उनके 89वें जन्मदिवस पर आयोजित हुआ।
इस अवसर पर समिति ने डॉ उपाध्याय को उनकी भारतीय संस्कृति के संरक्षण, शोधपरक व्याख्यान, शास्त्रार्थ और राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय पहचान के लिए “पंडित महादेव प्रसाद अवस्थी कर्तव्यनिष्ठा सम्मान 2025” प्रदान किया।
समारोह की अध्यक्षता पूर्व सांसद विजय बहादुर सिंह ने की, जबकि मुख्य अतिथि के रूप में विधान परिषद सदस्य जितेंद्र सिंह सेंगर और विशिष्ट अतिथि शिक्षाविद राधेलाल यादव व कुलपहाड़ नगर पंचायत अध्यक्ष वैभव अरजरिया मौजूद रहे। डॉ उपाध्याय को सम्मान पत्र, अंगवस्त्र और पुष्पमालाओं से अभिनंदित किया गया।अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड केवल आल्हा-ऊदल जैसे वीरों की धरती ही नहीं, बल्कि साहित्यिक उर्वरता की दृष्टि से भी अद्वितीय रहा है।
पंडित बृजमोहन अवस्थी ने सेवा के दौरान कई महत्वपूर्ण ग्रंथों की रचना की, जिनमें से एक ने फिल्म निर्देशक संजय लीला भंसाली को फिल्म “बाजीराव मस्तानी” बनाने की प्रेरणा दी। उन्होंने अष्टावक्र गीता दर्शन और कुलपहाड़ दर्शन जैसे गंभीर विषयों पर भी उल्लेखनीय पुस्तकें लिखीं।
गौरतलब है कि पंडित महादेव प्रसाद अवस्थी ने मात्र 21 वर्ष की आयु में राष्ट्रहित में बलिदान दिया था। उनके नाम पर दिया जाने वाला यह सम्मान बलिया सहित पूरे क्षेत्र में गर्व का विषय माना जा रहा है। इस अवसर पर डॉ गणेश पाठक, डॉ जैनेन्द्र पांडेय, डॉ जनार्दन राय सहित अनेक विद्वानों और बुद्धिजीवियों ने डॉ उपाध्याय को बधाई दी।
