गाजीपुर
महंगाई का असर: दीपावली पर फूल मालाओं की जगह चमकी विद्युत झालरें

पटाखों की तेज आवाज मध्यरात्रि तक गूंजती रहीं
नंदगंज (गाजीपुर)। ज्योति पर्व दीपावली के पावन अवसर पर बाजार के लोगों ने घर व दुकानों की सजावट फूल मालाओं की जगह विद्युत झालरों से बढ़-चढ़कर की थी। इस वर्ष फूलों की मालाओं की बढ़ी कीमतों ने ग्राहकों की जेब पर काफी असर डाला है, जिससे फूलों की बिक्री भी कम हुई।
नंदगंज बाजार में आधा दर्जन से अधिक स्थानों पर फूलों की दुकानें लगी हुई थीं, लेकिन फूल मालाओं की महंगाई के कारण ग्राहक सोच-समझकर ही खरीदारी कर रहे थे। माला महंगी होने से पहले जहां लोग बीस मालाएं लेते थे, वहीं अब एक-दो मालाएं ही खरीद रहे हैं। बिक्री कम होने से फूल विक्रेता भी मायूस नजर आए।

नंदगंज बाजार के पश्चिमी रेलवे क्रॉसिंग के समीप कई वर्षों से फूलों की दुकान लगाने वाले धीरज माली ने बताया कि हाल ही में हुई बरसात के कारण फूलों की फसल को काफी नुकसान हुआ है। फलस्वरूप फूलों की पैदावार कम होने से उनकी कीमतें काफी बढ़ गईं। फूल विक्रेताओं का कहना था कि फूल मंडी में ही मालाएं महंगे दामों पर मिल रही थीं, इसलिए हम दुकानदार मजबूरी में फूल खरीदकर कम लाभ पर बेच रहे हैं।
फूल माला विक्रेता धीरज माली ने बताया कि इस वर्ष गेंदे की एक माला 70 रुपए में बिक रही है, जो पिछले वर्षों की तुलना में काफी अधिक है। इन बढ़ी कीमतों का असर सीधा ग्राहकों की खरीदारी पर पड़ा है। ग्राहक अब सीमित मात्रा में ही फूल मालाएं खरीद रहे हैं। इसी कारण इस बार विद्युत दुकानों से बिजली की झालरों की बिक्री अधिक हुई है।
इसी क्रम में बाजार और हर चट्टी-चौराहे पर खुलेआम बिक रहे पटाखों की भी खूब बिक्री हुई। पटाखे महंगे थे, लेकिन फिर भी खूब बिके। लोगों द्वारा मध्यरात्रि तक पटाखे जलाने का धड़ाम-धूप होता रहा।