गोरखपुर
मरीजों को नहीं मिल रही आयुष्मान सुविधा, खुद वहन करना पड़ रहा खर्च
गोरखपुर। बीआरडी मेडिकल कॉलेज के सुपर स्पेशियलिटी ब्लाक में उपचार कराना आयुष्मान योजना के पात्र रोगियों के लिए भारी साबित हो रहा है। सरकार की महत्वाकांक्षी योजना के तहत गरीब एवं वंचित मरीजों को नि:शुल्क इलाज का प्रावधान है, लेकिन सुपर स्पेशियलिटी ब्लाक में बीते पांच वर्षों से यह सुविधा शुरू नहीं हो सकी है। इसका परिणाम यह है कि न्यूरो, हार्ट, यूरो सहित गंभीर श्रेणी के रोगियों को इंप्लांट से लेकर विशेष दवाओं तक का खर्च अपनी जेब से उठाना पड़ रहा है।
मिली जानकारी के मुताबिक, सुपर स्पेशियलिटी ब्लाक की शुरुआत बड़े दावों के साथ हुई थी। न्यूरोसर्जरी, कार्डियक, नेफ्रोलॉजी, यूरोलॉजी और अन्य जटिल बीमारियों के इलाज के लिए इस ब्लाक को पूर्वांचल की बड़ी आवश्यकता के रूप में देखा गया था। लेकिन आयुष्मान सुविधा लागू न होने के कारण मरीजों को न तो इंप्लांट मिल पा रहा है और न ही इलाज में आर्थिक राहत।
आयुष्मान कार्ड धारक मरीजों को सुपर स्पेशियलिटी ब्लाक में प्रवेश करते ही यह जानकारी दे दी जाती है कि यहां योजना की सुविधा उपलब्ध नहीं है, जबकि बीआरडी मेडिकल कॉलेज आयुष्मान योजना में पंजीकृत है।
नेहरू अस्पताल में इंप्लांट की आपूर्ति करने वाली कंपनी को कई बार सुपर स्पेशियलिटी ब्लाक में भी आपूर्ति करने को कहा गया, लेकिन इंप्लांट की कीमत अधिक होने और भुगतान तीन माह बाद किए जाने की प्रक्रिया के कारण कंपनी ने आपूर्ति देने से इंकार कर दिया। अब स्थिति यह है कि कंपनी ने नेहरू अस्पताल में भी इंप्लांट देना बंद कर दिया है, जिससे मरीजों को शुल्क देकर ही इलाज कराना पड़ रहा है।
बीआरडी मेडिकल कॉलेज के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, डॉ. बी.एन. शुक्ला ने बताया कि, प्रबंधन ने अब इंप्लांट की आपूर्ति हेतु नए सिरे से टेंडर जारी करने की तैयारी शुरू कर दी है। नई कंपनी का चयन होने के बाद नेहरू अस्पताल, 500 बेड बाल रोग चिकित्सा संस्थान और सुपर स्पेशियलिटी ब्लाक में इंप्लांट उपलब्ध कराए जाएंगे।
