वाराणसी
मदरसा खानम जान में इफ़्तार का हुआ आयोजन

सभी ने मिलकर मांगी अमन-चैन की दुआ
वाराणसी। मदरसा खानम जान, अर्दली बाजार में हर साल की तरह इस साल भी रोज़ा इफ़्तार का आयोजन बड़े ही उत्साह और सौहार्दपूर्ण माहौल में संपन्न हुआ। राष्ट्रीय अल्पसंख्यक शिक्षा आयोग, भारत सरकार के पूर्व सदस्य व मदरसा संस्थापक शहाबुद्दीन लोदी के संयोजन में आयोजित इस इफ़्तार में विभिन्न समुदायों के लोगों ने एक साथ बैठकर रोज़ा खोला, जिससे गंगा-जमुनी तहज़ीब की खूबसूरत झलक देखने को मिली।

मगरिब की अज़ान “अल्लाह हो अकबर” की सदा गूंजते ही रोज़ेदारों ने इफ़्तार किया और मुल्क में अमन-चैन और आपसी भाईचारे की दुआ मांगी। इफ़्तार के बाद हाफ़िज़ कारी मोहम्मद शाकिब रिज़वी ने मगरिब की नमाज़ अदा कराई।
इस आयोजन में कई प्रतिष्ठित राजनीतिक और सामाजिक हस्तियों की उपस्थिति रही। प्रमुख शख्सियतों में महानगर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे, विजय शंकर पांडे, संजय सिंह एडवोकेट, हसन मेहंदी कब्बन, अशोक सिंह एडवोकेट, अखलाक अहमद, शाहिद आदि शामिल रहे। सभी मेहमानों का स्वागत मदरसा प्रबंधक दानिश शहाब और इरफ़ाना यासमीन ने किया।
शहाबुद्दीन लोदी ने सभी रोजेदारों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि रोज़ा सिर्फ भूखे-प्यासे रहने का नाम नहीं है, बल्कि इसका असली मकसद इंसान को गुनाहों से बचाकर नेक रास्ते पर चलाना है। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजन आपसी भाईचारे को मजबूत करते हैं और इफ़्तार कराने का पुण्य भी उतना ही महत्वपूर्ण है जितना रोज़ा रखने का।
यह आयोजन सामाजिक एकता और सांप्रदायिक सौहार्द का प्रतीक बना, जहां विभिन्न धर्मों और समुदायों के लोग एक साथ आए और सौहार्द के संदेश को आगे बढ़ाया।