पूर्वांचल
भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करें डीएम : अभिषेक सिंह राणा
सुल्तानपुर। जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अभिषेक सिंह राणा ने डीएम को पत्र लिखकर ‘राम वन गमन पथ’ टांटिया नगर स्थित ‘गोमती सेतु’ के बार-बार क्षतिग्रस्त होने की जांच कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही किये जाने की मांग की है।
उन्होंने कहा कि, गोमती नदी पर बना सेतु अधिकारियों और कार्यदायी संस्था के भ्रष्टाचार के चलते बार-बार क्षतिग्रस्त हो जा रहा है। 10 महीने में तीन बार मरम्मत के नाम पर करोडों रूपये कार्यदायी संस्था व सम्बन्धित अधिकारियों ने मिलीभगत कर आपस में बांट लिया है। जिसका जीता-जागता उदाहरण बार-बार पुल का क्षतिग्रस्त होना है और इसका दुष्परिणाम सुलतानपुर की जनता को उठाना पड़ रहा है। शहर के अन्दर से भारी व छोटे वाहनों के आवागमन के चलते जाम की विकराल समस्या उत्पन्न हो गयी है। जाम की वजह से जहाँ विद्यालयों में चल रही यूपी व सीबीएसई बोर्ड परीक्षा व गृह परीक्षा में छात्र-छात्राओं को स्कूल पहुँचने में अत्यन्त परेशानी हो रही हैं, वहीं दुर्घटना का भय बना रहता है।

अभिषेक सिंह राणा ने मुख्य रूप से चार सूत्रीय ज्ञापन के माध्यम से डीएम को लिखा है कि –
1. टांटिया नगर स्थित गोमती सेतु के बार-बार क्षतिग्रस्त होने की जाँच कराते हुए दोषी अधिकारियों व कार्यदायी संस्था के विरूद्ध दण्डात्मक कार्यवाही करते हुए धनराशि की वसूली की जाये।
2. पुल की मरम्मत तकनीकी अधिकारियों के साथ-साथ किसी प्रथम श्रेणी के मजिस्ट्रेट की निगरानी में करायी जाये और पुनः क्षतिग्रस्त की स्थिति में सम्बन्धित की जवाबदेही सुनिश्चित की जाये।
3. विकास से सम्बन्धित निर्माण कार्य, क्षतिग्रस्त होने की स्थिति में सम्बन्धित की जिम्मेदारी सुनिश्चित की जाये, जिससे निर्माण की गुणवत्ता सुधारी जा सके।
4. जिला प्रोवेशन अधिकारी, सुलतानपुर के विरुद्ध 16 लाख रूपये का गबन सिद्ध होने के बाद भी उनका अपने पद पर बने रहना सरकार की जीरो टालरेंस नीति का खुला माखौल है। ऐसे में जिला प्रोवेशन अधिकारी, सुलतानपुर को तत्काल निलम्बित कर गबन की धनराशि उनसे वसूल कर राजकीष कोष में जमा कराया जाये।

उपरोक्त मांगों पर आप (डीएम) गम्भीरता से विचार करते हुए तत्काल प्रभावी कार्यवाही किया जाना सुनिश्चित करें। अन्यथा की स्थिति में हम कांग्रेसजन आम जनमानस के साथ आन्दोलन के लिए बाध्य होंगे, जिसका समस्त उत्तरदायित्व शासन-प्रशासन का होगा।
