वाराणसी
भीषण गर्मी का कहर, अस्पतालों में मरीजों के आने का लगा तांता, सभी वार्ड फुल
वाराणसी। बढ़ती गर्मी का कहर लोगों की सेहत पर काफी प्रभाव डाल रहा है। बीएचयू अस्पताल की इमरजेंसी में सामान्य दिनों में मरीजों की संख्या 200 से अधिक होती है। लेकिन पिछले एक महीने के अंदर यह आंकड़ा बढ़कर 300 के करीब पहुंच गया है। इसमें 50 से अधिक मरीज मौसमी बीमारियों के पहुंच रहे हैं। वहीं अस्पताल की इमरजेंसी फुल हो गई है। स्ट्रेचर की कतार लग रही है। सोमवार को काफी लोग इमरजेंसी के बाहर स्ट्रेचर पर लेटे दिखे। अन्य अस्पतालों की इमरजेंसी में भी लगभग सभी बेड भर गए हैं। हीट स्ट्रोक, ब्लडप्रेशर, सिरदर्द, चक्कर वाले मरीज अधिक पहुंच रहे हैं। इमरजेंसी में कुछ देर इलाज के बाद मरीजों को वार्ड में शिफ्ट किया जा रहा है। सोमवार को अमर उजाला की पड़ताल में कुछ इस तरह का दृश्य नजर आया।
30 बेड की इमरजेंसी में हर दिन 50 नए मरीज – मंडलीय अस्पताल कबीरचौरा की इमरजेंसी 30 बेड की है। सोमवार की दोपहर यहां 20 से अधिक बेड पर मरीज भर्ती रहे। इसमें करीब 10 मरीज तो गर्मी से होने वाली समस्याओं से पीड़ित थे। इसमें युवाओं के साथ ही महिलाएं, बुजुर्ग भी रहे। अस्पताल के एसआईसी डॉ. एसपी सिंह का कहना है कि पिछले चार दिन से रोज 50 नए मरीज इमरजेंसी में आ रहे हैं। मरीजों की स्थिति को देखते हुए उनको वार्डों में भी शिफ्ट किया जाता है। जिससे नए मरीजों को भर्ती कर उपचार किया जा सके। उनका कहना है कि इमरजेंसी में उल्टी, दस्त, चक्कर आने के साथ ही ब्लड प्रेशर बढ़ने की समस्या वाले अधिक मरीज पहुंच रहे हैं। मरीजों का उपचार करने के साथ ही बचाव के प्रति जागरूक भी किया जा रहा है।
इमरजेंसी में उपचार के बाद बांट रहे ओआरएस का पैकेट – दीनदयाल उपाध्याय जिला अस्पताल की इमरजेंसी में 25 बेड हैं, इनमें सात बेड ट्रॉमा सेंटर में रखे गए हैं। सीएमएस डॉ. दिग्विजय सिंह का कहना है कि गर्मी बढ़ने से हीट स्ट्रोक, चक्कर, ब्लड प्रेशर अधिक होने, पेट संबंधी समस्या वाले मरीजों की संख्या बढ़ी है। हर दिन 15 से 20 नए मरीज अलग-अलग समस्या लेकर इमरजेंसी आ रहे हैं। जरूरत के हिसाब से जांच कर उपचार किया जा रहा है। मरीजों को ओआरएस का पैकेट भी दिया जा रहा है।
लू वार्ड में ताला, इमरजेंसी हॉल में रखे चार बेड पर इलाज – लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल रामनगर की इमरजेंसी में छह बेड वाला लू वार्ड बनाया गया है। इसके अलावा चार बेड अलग से हॉल में रखवाए गए हैं। सोमवार की दोपहर में लू वार्ड में ताला लटकता रहा। इसके अलावा इमरजेंसी में आने वाले मरीजों के लिए चार बेड एक हॉल में रखे हैं, जिस पर इलाज किया जा रहा है। सीएमएस डॉ. एसी दूबे के अनुसार मरीजों का प्राथमिक उपचार करने के बाद उनको संबंधित वार्ड में शिफ्ट कर दिया जाता है।