गाजीपुर
बेलहरा में मनरेगा घोटाले की शिकायत, हरकत में प्रशासन
बेलहरा गांव में शौचालय बने बेकार, दो साल से नहीं तैनात सफाईकर्मी
गाजीपुर। जिले के जखनियां ब्लॉक अंतर्गत बेलहरा ग्राम सभा में मनरेगा कार्यों में व्यापक अनियमितता और शासनादेश की अनदेखी को लेकर ग्रामीणों ने आईजीआरएस (IGRS) पोर्टल पर गंभीर शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत मिलते ही खंड विकास अधिकारी डॉ. भीमराव ने तत्काल जांच टीम गठित कर गांव में पहुंचकर विस्तृत जांच कार्य शुरू कर दिया। जांच की सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में ग्रामीण मौके पर एकत्र हो गए और खुलकर अपनी बात रखी।
शिकायतकर्ता प्रमोद मिश्रा ने आरोप लगाया कि गांव में पोखरी की खुदाई के दौरान ग्राम प्रधान ने अपने परिवार के सदस्यों और रोजगार सेवक की पत्नी शशिकला के नाम पर जॉब कार्ड बनवाकर मनरेगा के तहत भुगतान कराया है, जो नियमों के खिलाफ है।

वहीं, जांच में यह भी सामने आया कि गांव में बीते दो वर्षों से कोई सफाईकर्मी तैनात नहीं है। पंचायत भवन और शौचालयों की स्थिति बेहद खराब पाई गई। लाखों रुपये खर्च कर बनाए गए शौचालय घास-फूस से ढके हुए हैं और ग्रामीण उनका इस्तेमाल तक नहीं कर रहे हैं।
रोजगार सेवक सुखविंदर से जब पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि जॉब कार्ड से संबंधित कोई दस्तावेज उनके पास नहीं है। इस पर खंड विकास अधिकारी ने स्पष्ट निर्देश दिया कि जॉब कार्ड से जुड़ी पूरी जानकारी की दोबारा जांच कराई जाए।
डॉ. भीमराव ने बताया कि जांच पांच अलग-अलग बिंदुओं पर केंद्रित है और रिपोर्ट शीघ्र ही जिलाधिकारी को प्रेषित की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि मामले की गंभीरता को देखते हुए उच्च अधिकारियों को पूरे घटनाक्रम से अवगत कराया जा रहा है। ग्राम पंचायत स्तर पर शासन की योजनाओं में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
