वाराणसी
बेटे का शव लेकर पुलिस आयुक्त कार्यालय पहुंची मां, जेल कर्मियों और विपक्षियों पर हत्या का आरोप

वाराणसी में उस वक्त हड़कंप मच गया जब एक महिला अपने बेटे की लाश लेकर कलेक्ट्रेट स्थित पुलिस आयुक्त कार्यालय पहुंच गई। मृतक की पहचान मोहित सिंह उर्फ आशुतोष के रूप में हुई, जो पिछले 4 साल से दुष्कर्म के आरोप में जिला जेल में बंद था। मां रीता सिंह का आरोप है कि उनका बेटा बेगुनाह था और विपक्षियों ने झूठे मुकदमे में फंसाया था।
रीता सिंह ने रोते हुए कहा कि उनका बेटा पूरी तरह स्वस्थ था। घटना के एक दिन पहले ही फोन पर बातचीत हुई थी लेकिन अचानक जेल प्रशासन का फोन आया कि मोहित की तबियत खराब है और उसे कबीरचौरा अस्पताल लाया गया है। जब परिजन अस्पताल पहुंचे तो बेटा मृत पाया गया और उसकी बॉडी मर्चुरी में रख दी गई थी।
मोहित के पिता राघवेंद्र सिंह ने बताया कि अस्पताल के पर्चे में 10:25 बजे मोहित को ब्रॉड डेड लाया गया दिखाया गया है जबकि परिजनों को 11:02 बजे सूचना दी गई। पिता ने सवाल किया कि जब जेल में बेटे की तबियत बिगड़ी तो उसी समय फोन क्यों नहीं किया गया। उन्होंने जेल अधीक्षक, कर्मियों और विपक्षियों पर हत्या का आरोप लगाते हुए निष्पक्ष जांच की मांग की।
इस दौरान परिजनों ने पुलिस कमिश्नर कार्यालय के बाहर जमकर नारेबाजी की। मौके पर कैंट और रोहनिया पुलिस फोर्स के साथ एसपी कैंट भी पहुंचे। प्रदर्शन कर रहे लोगों को एसीपी ने शांत कराकर एसीएम से पत्रक दिलवाया और जांच का आश्वासन दिया।
मोहित की मौत से परिवार सदमे में है और मां रीता सिंह का रो-रोकर बुरा हाल है। परिजनों का कहना है कि उन्हें न्याय मिलने तक वे शांत नहीं बैठेंगे।