राज्य-राजधानी
बेटी ने लिवर देकर बचाई पिता की जान
लिवर ट्रांसप्लांट के बाद ऑपरेशन थिएटर में डांस करते नजर आए पिता
छत्तीसगढ़ के तिल्दा के रहने वाले अनिल कुमार यादव की बेटी ने अपने पिता की जान बचाने के लिए लिवर का हिस्सा दान किया। अनिल लीवर सिरोसिस जैसी गंभीर बीमारी से पीड़ित थे, जिससे उनकी हालत काफी खराब हो चुकी थी। पेट में पानी भरना, पीलिया, खून की उल्टियां और कमजोरी जैसी समस्याओं से उनकी जिंदगी खतरे में थी।
श्री नारायणा हॉस्पिटल, रायपुर में अनिल का इलाज शुरू किया गया। लेकिन डॉक्टरों ने कहा कि उनके पास सिर्फ छह महीने का समय है। ऐसे में लिवर ट्रांसप्लांट ही एकमात्र विकल्प था। अनिल की बेटी वंदना ने अपने पिता की जान बचाने के लिए अपना लिवर दान करने का साहसिक निर्णय लिया।
यह सर्जरी 6 अक्टूबर को डॉ. हितेश दुबे और हैदराबाद के सर्जन डॉ. सचिन वी. डागा की टीम द्वारा 12 घंटे चली। सफल लिवर ट्रांसप्लांट के बाद अनिल को तेजी से ठीक होते देखा गया और ऑपरेशन के तुरंत बाद उन्होंने ऑपरेशन थिएटर में पुराने गानों पर डांस भी किया।
वंदना ने इस साहसिक कदम के बारे में कहा कि, मां-पापा ने मेरे लिए बहुत कुछ किया है। कोई भी बच्चा अपने मां-बाप को बुरी हालत में नहीं देखना चाहता। मैं भी उन्हें बस खुश देखना चाहती हूं। सर्जरी के बाद वे भी स्वस्थ हैं, हम सभी अब ठीक हैं।