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वाराणसी

बीएचयू ने शोधगंगा पर रचा इतिहास, अपलोड की 9600 थीसिस

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वाराणसी। बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) ने शोध क्षेत्र में एक बड़ी उपलब्धि दर्ज करते हुए शोधगंगा वेबसाइट पर 9600 से अधिक पीएचडी और एमफिल थीसिस अपलोड कर देशभर में 10वां स्थान प्राप्त किया है। यह आंकड़ा पांच साल पहले की तुलना में लगभग 38 गुना अधिक है, जब विश्वविद्यालय के पास केवल 250 थीसिस ऑनलाइन उपलब्ध थीं।

बीते पांच वर्षों में बीएचयू ने शोध में डिजिटल भागीदारी को बढ़ाते हुए 9400 नई थीसिस वेबसाइट पर सबमिट की हैं। इनमें से 3549 हिंदी में और 56 संस्कृत में लिखी गई हैं। विश्वविद्यालय में कला, मानविकी और सामाजिक विज्ञान विषयों की थीसिस की संख्या विज्ञान विषयों से अधिक रही, जो यह दर्शाता है कि ह्यूमैनिटीज के क्षेत्र में शोध गतिविधियों में अधिक रुचि दिखाई जा रही है।

देश भर के विश्वविद्यालयों द्वारा अब तक 61,000 से ज्यादा शोध प्रबंध शोधगंगा पर अपलोड किए जा चुके हैं। शोधगंगा पोर्टल का उद्देश्य शोध में पारदर्शिता लाना और साहित्यिक चोरी को रोकना है। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) द्वारा वर्ष 2016 में लागू नियमों के तहत यह अनिवार्य किया गया था कि एमफिल और पीएचडी की उपाधि प्रदान करने से पहले एक इलेक्ट्रॉनिक प्रति इंफ्लिबनेट के शोधगंगा पोर्टल पर जमा की जाए।

बीएचयू की इस उपलब्धि से ना केवल शोधार्थियों को एक विस्तृत डिजिटल रिसोर्स प्लेटफॉर्म मिला है, बल्कि यह विश्वविद्यालय की वैश्विक रैंकिंग और शैक्षणिक छवि को भी और अधिक सुदृढ़ करता है।

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