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वाराणसी

बीएचयू कुलपति ने पांच स्कूलों का किया निरीक्षण

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शिक्षकों को कहा – विकास में गतिरोध हो तो मुझसे बताएं

वाराणसी। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के कुलपति प्रो. अजित कुमार चतुर्वेदी ने कमच्छा क्षेत्र के बीएचयू से जुड़े पाँच स्कूलों का निरीक्षण किया और वहां उपस्थित सभी शिक्षकों व प्रशासन से संवाद कर स्कूलों की आधारभूत जरूरतों पर प्रस्ताव तैयार करने को कहा। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिया कि प्राथमिकता के आधार पर समस्याओं का समाधान करने की रणनीति बनानी चाहिए और विश्वविद्यालय प्रशासन इन प्रयासों में पूरा सहयोग देगा। यदि किसी स्तर पर कोई गतिरोध उत्पन्न हो, तो शिक्षक सीधे उनसे संपर्क करने में संकोच न करें।

कुलपति ने बताया कि खाली पदों को भरने के लिए विश्वविद्यालय ने काम शुरू कर दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि समय के साथ युवा विद्यार्थी-समूह का नजरिया बदल रहा है और शिक्षकों को इसे स्वीकार कर अपनी शिक्षा पद्धतियों को अनुकूल करने पर ध्यान देना चाहिए। कुलपति ने कहा कि दाखिले के लिए बड़ी संख्या में आए आवेदनों को स्कूलों की बेहतर कामकाजी स्थिति का प्रमाण माना जाना चाहिए और अब स्कूलों को अपनी पहुँच का विस्तार करना चाहिए।

प्रो. चतुर्वेदी ने सेंट्रल हिंदू गर्ल्स स्कूल, सेंट्रल हिंदू बॉयज स्कूल, कोल्हुआ स्थित प्राथमिक विद्यालय और रणवीर संस्कृत विद्यालय का दौरा किया। रणवीर संस्कृत विद्यालय की 12,000 से अधिक किताबों वाली लाइब्रेरी की उन्होंने सराहना की और सुझाव दिया कि दुर्लभ किताबों की एक सूची ऑनलाइन उपलब्ध कराई जाए ताकि वैश्विक स्तर पर शोधकर्ता व अकादमिक समुदाय इन संसाधनों से लाभान्वित हो सकें।

चारों स्कूल परिसरों में कुलपति ने हॉस्टल, प्रयोगशालाओं व कक्षाओं का निरीक्षण भी किया। सेंट्रल हिंदू बॉयज स्कूल में पहुंचने पर प्रधानाचार्य डॉ. स्वाति अग्रवाल ने उन्हें बताया कि हाल ही में विस्तार के बाद विद्यालय की हॉस्टल क्षमता 104 से बढ़ाकर 160 कर दी गयी है। निरीक्षण के दौरान स्कूल बोर्ड की उपाध्यक्ष प्रो. सुषमा घिल्डियाल, गर्ल्स स्कूल की प्रधानाचार्य प्रो. मधु कुशवाहा तथा रणवीर विद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ. आनंद कुमार उपस्थित रहे।

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