सोनभद्र
बिजली कटौती से नाराज़ ग्रामीणों ने किया एनटीपीसी गेट जाम, छह घंटे रहा धरना प्रदर्शन
बीजपुर (सोनभद्र)। लगातार बिजली कटौती और भीषण गर्मी से परेशान ग्रामीणों का गुस्सा आखिरकार फूट पड़ा। शुक्रवार सुबह लगभग 5 बजे डोडहर गांव, शांतिनगर, रायकलोनी, मोटर गैराज और पुनर्वास बाजार समेत कई इलाकों के सैकड़ों ग्रामीण—महिलाएं और बच्चे समेत—एनटीपीसी के डोडहर गेट, सिरसोती गेट और आवासीय परिसर के स्वागत द्वार पर इकट्ठा होकर धरने पर बैठ गए। तीनों गेट बंद होने से एनटीपीसी परियोजना में कार्यरत सैकड़ों श्रमिक ड्यूटी नहीं जा सके और बैरंग लौट गए।

वहीं राख परिवहन में लगी सैकड़ों ट्रकों की लंबी कतार बीजपुर-बैढ़न मार्ग पर लग गई, जिससे आवागमन पूरी तरह ठप हो गया।धरने का नेतृत्व सीमा पटेल, विश्राम सागर गुप्ता, संदीप गुप्ता, रामहित गुप्ता, कल्पना देवी, शिवधारी गुप्ता, दलाली मालाकार, बृजकिशोर गुप्ता आदि ने किया। उन्होंने सड़क पर टेंट लगाकर एनटीपीसी प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।स्थिति को देखते हुए बभनी थाने के एसएचओ कमलेश पाल मौके पर पहुंचे और प्रदर्शनकारियों से संवाद कर उन्हें आश्वस्त किया कि एसडीएम और सीओ दुद्धि स्वयं आकर वार्ता करेंगे।
लगभग छह घंटे बाद सुबह 11 बजे प्रदर्शन समाप्त हुआ और गेट खोल दिए गए, जिससे परिवहन और सामान्य आवागमन बहाल हो सका। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि बिजली कटौती के कारण पानी की भी भारी किल्लत हो गई है और गांव में बच्चे, बुजुर्ग बीमार हो रहे हैं।धरना समाप्त होने के बाद प्रतिनिधि मंडल ने शिवालिक अतिथि गृह में एसडीएम निखिल यादव और सीओ दुद्धि प्रदीप सिंह चंदेल को पांच सूत्रीय मांग पत्र सौंपा।
इसमें एनटीपीसी से पूर्व की भांति सीधी बिजली आपूर्ति बहाल करने, ठेकेदार की बजाय एनटीपीसी प्रबंधन द्वारा बिजली वितरण कराने, पेटी कॉन्ट्रैक्टर को हटाने, राख परिवहन के लिए वैकल्पिक मार्ग उपलब्ध कराने और शुद्ध पेयजल की व्यवस्था सुनिश्चित करने की मांग की गई।प्रबंधन की ओर से स्पष्ट किया गया कि केवल 549 वैध कनेक्शन धारकों को ही बिजली आपूर्ति की जाएगी।
बाकी लोग तीन दिन के भीतर यूपीपीसीएल से संपर्क कर कनेक्शन की प्रक्रिया पूरी करें, अन्यथा मौजूदा स्थिति में ही बिजली दी जा सकेगी।
इस मौके पर एनटीपीसी के अपर महाप्रबंधक (मानव संसाधन) बृजकिशोर पांडेय, डीजीएम टीएसी मनोज रंजन, पिपरी बिजली वितरण निगम के एक्सईएन ए के सिंह सहित कई प्रशासनिक और एनटीपीसी के अधिकारी मौजूद रहे। सुरक्षा को लेकर भारी संख्या में पुलिस बल और पीएसी जवानों की तैनाती की गई थी।
