गाजीपुर
बासी खाने से बढ़ सकता है फूड प्वॉइजनिंग का खतरा

बहरियाबाद (गाजीपुर)। इन दिनों बहरियाबाद व आसपास के ग्रामीण इलाकों में शादी-विवाह का सीजन चरम पर है। एक ओर जहां खुशी का माहौल है, वहीं दूसरी ओर उमस भरी गर्मी के कारण खान-पान में लापरवाही लोगों के स्वास्थ्य पर भारी पड़ रही है। खासकर विवाह समारोहों में बचा हुआ या बासी खाना खाने से फूड प्वॉइजनिंग जैसी गंभीर समस्याओं का खतरा लगातार बढ़ रहा है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि बासी खाने में हानिकारक बैक्टीरिया जैसे साल्मोनेला, ई. कोलाई, स्टैफिलोकोकस ऑरियस आदि तेजी से पनपते हैं, जो टॉक्सिन उत्पन्न करते हैं। इससे उल्टी, दस्त, पेट दर्द, बुखार, डिहाइड्रेशन और कमजोरी जैसी समस्याएं हो सकती हैं। कमजोर इम्यूनिटी वाले व्यक्ति, बच्चे और बुजुर्ग इसके प्रति विशेष रूप से संवेदनशील होते हैं।
बासी भोजन से हो सकते हैं ये खतरे:
फ़ूड प्वॉइजनिंग: बैक्टीरिया युक्त भोजन से गंभीर संक्रमण।
डायरिया और उल्टी: शरीर से विषाक्त पदार्थ निकालने की प्रक्रिया।
कमजोरी और चक्कर: डिहाइड्रेशन व पोषक तत्वों की कमी के कारण।
पाचन तंत्र पर असर: गैस, अपच और पेट में ऐंठन की संभावना।
एलर्जी और त्वचा संबंधी प्रतिक्रियाएँ: विशेषकर मांसाहारी व मछली आधारित बासी भोजन से।
विशेषज्ञों ने चेताया है कि बासी खाना पचाने में भी मुश्किल होता है और इसमें मौजूद पोषक तत्व समय के साथ नष्ट हो जाते हैं, जिससे शरीर को उचित पोषण नहीं मिल पाता। बार-बार गरम किया गया खाना भी हानिकारक सिद्ध हो सकता है।
सावधानी ही सुरक्षा:
हमेशा ताजा और गर्म भोजन करें।
यदि बासी खाना खाना पड़े तो उसे सही तरीके से स्टोर करें और पूरी तरह गर्म करके खाएं।
अजीब गंध या स्वाद वाले भोजन से परहेज़ करें।
मांस, मछली और डेयरी उत्पादों को विशेष देखरेख में रखें।
खुले में पड़ा खाना न खाएं।
विशेषज्ञों ने अपील की है कि आयोजक और आम लोग इस बात का ध्यान रखें कि विवाह समारोहों में खाना ताजा, स्वच्छ और सुरक्षित तरीके से परोसा जाए। इससे जहां लोगों की सेहत सुरक्षित रहेगी, वहीं आयोजन का अनुभव भी सुखद बना रहेगा।