चन्दौली
बाल कलाकारों ने किया श्रीराम राज्याभिषेक का मनमोहक मंचन
मानस सम्मेलन में गूंजे जय श्रीराम के स्वर
चंदौली। मानस एवं अध्यात्म प्रचार समिति की ओर से आयोजित 39वें वार्षिक मानस सम्मेलन का भव्य समापन रविवार को किया गया। कार्यक्रम में बाल कलाकारों द्वारा प्रस्तुत श्रीराम राज्याभिषेक का सुंदर मंचन देखकर उपस्थित श्रद्धालु भक्ति भाव से सराबोर हो उठे। जैसे ही भगवान श्रीराम का राज्याभिषेक मंच पर संपन्न हुआ, पूरा कथा पंडाल “जय श्रीराम” के जयघोष से गुंजायमान हो गया।
कथावाचक मानस मंयक ने अपने प्रवचन में प्रभु श्रीराम के आदर्श जीवन और राम राज्य की मर्यादाओं का विस्तारपूर्वक वर्णन किया। उन्होंने कहा कि — “राजा समस्त प्रजा का पिता होता है। जिस प्रकार पिता अपने सभी पुत्रों को समान दृष्टि से देखता है, उसी प्रकार राजा को भी अपने सभी प्रजाजनों के साथ समान व्यवहार करना चाहिए।”
उन्होंने आगे कहा कि सच्चे अर्थों में राम राज्य तभी स्थापित होगा जब समाज में द्वेष, लालच और अन्याय का अंत होगा तथा लोग परिश्रमी और परस्पर प्रेमभाव रखने वाले बनेंगे। कथावाचक ने बाल कांड, लंका कांड और उत्तर कांड की कथा का भी विस्तारपूर्वक वर्णन किया।

मानस मंयक ने कहा कि जैसे अयोध्या में चारों भाई—राम, लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न—एक साथ हुए तभी राज्याभिषेक संभव हुआ, वैसे ही देश में हिंदू, मुस्लिम, सिख और ईसाई समाज के बीच सौहार्द रहेगा तभी राम राज्य की कल्पना साकार होगी।
कार्यक्रम के अंत में अंरगी रामलीला समिति के बाल कलाकारों ने श्रीराम राज्याभिषेक का भावपूर्ण मंचन किया, जिसे देखकर दर्शक मंत्रमुग्ध हो गए। कथा स्थल भक्ति और उत्साह से सरोबार रहा।
इस अवसर पर समिति के संस्थापक हरिद्वार सिंह, जयशंकर दुबे, शिवबचन सिंह, रामनगीना सिंह, अधिवक्ता हरेन्द्र प्रताप सिंह, राजनारायण विश्वकर्मा, दिनेश तिवारी, चंद्रभान सिंह, पिंटू सिंह, पंकज तिवारी, ओमप्रकाश श्रीवास्तव, हरिदास पांडेय, वरूण तिवारी, पत्रकार गणेश प्रसाद गुप्ता, राज नारायण विश्वकर्मा, हृदय नारायण राम, बाल किशुन गुप्ता सहित अनेक श्रद्धालु उपस्थित रहे।
