गोरखपुर
बारिश ने फीका किया दशहरे का उत्सव, किसानों की बढ़ी चिंता

मूर्ति विसर्जन में भी हो सकती है कठिनाई
गोरखपुर। रात से लगातार हो रही बरसात ने इस बार दशहरे के त्यौहार की रौनक फीकी कर दी। बाजारों में तैयार की गई विशाल दुर्गा की मूर्तियों पर पानी गिरने से उनका स्वरूप बिगड़ने का भय और शहरवासियों में उत्साह कम दिखाई दिया। कई स्थानों पर दशहरे के आयोजन स्थल जलमग्न हो गए, जिससे कार्यक्रमों को स्थगित करना पड़ा।
बारिश की वजह से बच्चों और युवाओं का उत्साह भी कम हुआ, जिन्हें दशहरे के मेले और झांकियों का बेसब्री से इंतजार था। कई दुकानदारों की दुकानों में पानी से सामान खराब होने की खबरें सामने आई हैं। स्थानीय प्रशासन ने आपात उपाय के तहत जल निकासी के काम तेज कर दिए हैं, लेकिन लगातार हो रही बारिश के चलते राहत मिलना मुश्किल हो रहा है।
किसानों के लिए यह स्थिति और भी चिंता का विषय बनी हुई है। खेतों में खड़ी हुई पक्की फसलें बारिश के कारण जलमग्न हो रही हैं, जिससे फसल की गुणवत्ता और उत्पादन पर असर पड़ सकता है। कृषि विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि अगर बारिश इसी तरह जारी रही तो किसानों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ सकता है।
इसके अलावा, मूर्ति विसर्जन की प्रक्रिया भी कठिनाई भरी लग रही । नालों और तालाबों में पानी बढ़ जाने के कारण विसर्जन स्थलों तक पहुंचना मुश्किल हो गया। कुछ स्थानों पर प्रशासन और पुलिस ने लोगों की सुरक्षा के लिए विशेष इंतजाम किए, लेकिन फिर भी कई भक्तों को परेशानी हुई।
स्थानीय लोग उम्मीद कर रहे हैं कि अगले कुछ दिनों में बारिश रुक जाए ताकि दशहरे के महापर्व की खुशियाँ पूरी तरह लौट सकें। प्रशासन ने भी नागरिकों से आग्रह किया है कि वे सावधानी बरतें और किसी भी प्रकार की जलजमाव वाली जगहों पर जाने से बचें।