वाराणसी
बर्ड फ्लू अलर्ट: सारनाथ मिनी जू से सैंपल बरेली भेजे गये, मांसाहारी खाने से बचने की सलाह

वाराणसी। उत्तर प्रदेश में बर्ड फ्लू को लेकर स्वास्थ्य महकमा हाई अलर्ट पर है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस गंभीर संक्रमण को लेकर उच्चस्तरीय बैठक कर अधिकारियों को सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। इसके तहत प्रदेशभर के चिड़ियाघरों, पक्षी विहारों और पोल्ट्री व्यवसाय से जुड़े लोगों को सतर्क किया गया है।
लखनऊ और गोरखपुर के चिड़ियाघर अस्थायी रूप से बंद कर दिए गए हैं। वहीं वाराणसी के सारनाथ स्थित मिनी जू में भी सतर्कता बरती जा रही है। शुक्रवार को यहां बर्ड फ्लू की जांच की गई और कुछ पक्षियों के सैंपल जांच के लिए बरेली की लैब में भेजे गए हैं।
प्रारंभिक जांच में नहीं मिले लक्षण
मिनी जू में जांच कर रहे पशु चिकित्सक डॉ. आर. चौधरी ने बताया कि सभी पक्षियों और जानवरों की बाड़ों में जाकर स्वास्थ्य जांच की गई है। फिलहाल किसी में बर्ड फ्लू के लक्षण नहीं पाए गए हैं। उन्होंने बताया कि जू के वनकर्मियों को संक्रमण से बचाव के उपाय बताए गए हैं।
पोल्ट्री व्यवसायियों को सतर्क रहने की सलाह
जिला प्रशासन ने मुर्गी, बतख और अन्य पक्षियों का पालन करने वालों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी है। साथ ही मिनी जू में लोगों की आवाजाही को नियंत्रित करते हुए उन्हें बाड़ों से दूरी बनाकर रखने के निर्देश दिए गए हैं। विशेषज्ञों ने चेताया है कि यह संक्रमण पक्षियों से मनुष्यों में पहुंचकर जानलेवा साबित हो सकता है।
बचाव के खास उपाय
बर्ड फ्लू से बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग ने आमजन को सतर्क रहने और निम्नलिखित उपाय अपनाने की सलाह दी है:
हाथ धोने की आदत डालें: सार्वजनिक जगहों पर किसी वस्तु को छूने या खाना खाने से पहले कम से कम 20 सेकंड तक हाथ साबुन और पानी से धोएं।
रसोई की स्वच्छता: खाना पकाने के स्थान को साफ रखें। कच्चे मांस के लिए अलग कटिंग बोर्ड और चाकू का प्रयोग करें।
बीमार पक्षियों से दूरी: किसी भी बीमार या मृत पक्षी को न छुएं। ऐसी स्थिति में तुरंत स्वास्थ्य विभाग को सूचित करें।
स्वास्थ्य विभाग की अपील
बर्ड फ्लू से जुड़ी किसी भी जानकारी या आपात स्थिति में आमजन हेल्पलाइन या नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र से संपर्क कर सकते हैं। प्रशासन और चिकित्सकीय टीमें पूरी सतर्कता के साथ स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं।