चन्दौली
बच्चों की सेहत पर बुरा प्रभाव डाल रहा र्स्माटफोन

चंदौली (जयदेश)। डिजिटल युग में स्मार्टफोन हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा बन गया है। आज के दौर में लोग स्मार्टफोन के जरिए ऑनलाइन कामकाज निपटा रहे हैं और दूर-दराज के रिश्तेदारों से वीडियो कॉल पर बातचीत कर रहे हैं। लेकिन, स्मार्टफोन का सबसे अधिक नकारात्मक प्रभाव बच्चों पर पड़ रहा है।

स्कूल से घर लौटने के बाद बच्चे अपने माता-पिता का फोन लेकर रील देखने और गेम खेलने में व्यस्त हो जाते हैं। मोबाइल के अत्यधिक उपयोग से उनकी मानसिक और शारीरिक सेहत पर बुरा असर पड़ रहा है। आंखों की रोशनी कमजोर होने के साथ ही मानसिक संतुलन पर भी नकारात्मक प्रभाव देखने को मिल रहा है।

माता-पिता द्वारा मोबाइल फोन छीनने पर कई बच्चे उग्र व्यवहार भी दिखाने लगे हैं। कुछ अभिभावक आधुनिकता की होड़ में बच्चों को स्मार्टफोन देना अपनी शान समझते हैं, जिससे बच्चे अपनी संस्कृति और संस्कारों से दूर हो रहे हैं और पश्चिमी संस्कृति की ओर झुकाव बढ़ रहा है।

समय रहते यदि इस समस्या पर ध्यान नहीं दिया गया, तो भविष्य में इसके गंभीर परिणाम देखने को मिल सकते हैं। माता-पिता और अभिभावकों को चाहिए कि वे बच्चों के साथ दोस्ताना व्यवहार रखें और उनसे हर विषय पर खुलकर बातचीत करें। बच्चों को डिजिटल दुनिया से दूर करने के लिए खेलकूद और शारीरिक गतिविधियों में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित करें।