वाराणसी
फिटनेस निजीकरण के खिलाफ ट्रांसपोर्टर्स का अल्टीमेटम, अनिश्चितकालीन हड़ताल की चेतावनी

आरटीओ विभाग की मनमानी पर फूटा गुस्सा
वाराणसी में पर्यटक वाहनों की फिटनेस प्रक्रिया के निजीकरण और आरटीओ विभाग की मनमानी के विरोध में टूरिस्ट ट्रांसपोर्टर्स ने सरकार को 20 अगस्त तक का अल्टीमेटम दिया है। बनारस टूरिस्ट ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन की मासिक बैठक नदेसर स्थित एक होटल में आयोजित हुई, जिसकी अध्यक्षता जिला अध्यक्ष राकेश कुमार सिंह ने की। उन्होंने स्पष्ट कहा कि यदि तय समय सीमा तक व्यवस्था में सुधार नहीं हुआ, तो पर्यटक वाहनों की सेवा अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दी जाएगी और प्रदेशव्यापी आंदोलन की शुरुआत की जाएगी।
बैठक में निजी एजेंसियों द्वारा फिटनेस प्रक्रिया में किए जा रहे भ्रष्टाचार, उत्पीड़न और लूट को लेकर ट्रांसपोर्टर्स ने गहरा आक्रोश व्यक्त किया। महामंत्री प्रकाश जायसवाल ने बताया कि ऑल इंडिया परमिट वाले वाहनों से बिहार, बंगाल और नेपाल में ₹90,000 तक अवैध टैक्स वसूला जा रहा है, जो शोषण की पराकाष्ठा है। प्रवक्ता शशि प्रताप सिंह ने कहा कि अब सड़क से लेकर सदन तक आंदोलन करने का समय आ गया है ताकि विभागीय मनमानी पर लगाम लगाई जा सके।
जिला उपाध्यक्ष सुनील सिंह और उपाध्यक्ष गौरव सिंह ने चेतावनी दी कि यदि ट्रांसपोर्टर्स की समस्याओं की अनदेखी हुई, तो विदेश और देशभर से आने वाले पर्यटकों को सेवाएं पूरी तरह बंद कर दी जाएंगी। संरक्षक विनोद सिंह ने कहा कि फिटनेस और परमिट के नाम पर हो रहे शोषण को अब और बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
बैठक में नेपाल बॉर्डर पर परमिशन से जुड़ी बाधाएं, बिहार सीमा पर मनमाने चालान, प्रस्तावित टैक्स स्लैब में तीन लाख तक के बढ़ते बोझ और चालान प्रक्रिया को ऑनलाइन करने जैसे गंभीर मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की गई। जिला अध्यक्ष राकेश सिंह ने सभी ट्रांसपोर्टरों से अपील की कि अगली बैठक में अधिक संख्या में भाग लें ताकि यदि समाधान न मिले तो निर्णायक आंदोलन की दिशा तय की जा सके।