अपराध
फर्जी पुलिस इंस्पेक्टर बनकर बेटे को छोड़ने के नाम पर पिता से ऐंठे लाखों रूपये
वाराणसी। फर्जी पुलिस इंस्पेक्टर बनकर बड़ागांव थाना क्षेत्र के कुसमुरा गाँव निवासी एक व्यक्ति से उसके पुत्र आयुष को बचाने के नाम पर अपने तथा अपने सहयोगियों के खाते में एक लाख 65 हजार रुपये लेने के बाद साइबर अपराधियों ने मोबाइल स्विच ऑफ कर दिया। काफी खोजबीन के बाद भुक्तभोगी ने गुरुवार को शाम मोबाइल नंबर के आधार पर अज्ञात व्यक्ति के विरुद्ध धोखाधड़ी का मुकदमा पंजीकृत कराया है।

घटना के संदर्भ में आयुष के पिता सुरेश सिंह ने बताया कि, 5 जून को दोपहर में मेरे मोबाइल पर एक कॉल आया। फोन करने वाले ने अपने को पुलिस इंस्पेक्टर बताते हुए बोला, तुम्हारा लड़का आयुष बनारस में दुष्कर्म के मामले में पकड़ा गया है। अगर अपने लड़के को बचाना चाहते हैं, तो एक लाख रुपए स्कैनर पर भेज दो। जालसाजों ने मोबाइल पर ही मेरे बेटे की आवाज में पापा बचा लो की आवाज भी मुझे सुनाई जिससे मुझे उनकी बातों पर तुरंत यकीन हो गया। मैंने उनके दिए हुए स्कैनर पर एक लाख रुपए भेज दिया।
इसके बाद फर्जी पुलिस इंस्पेक्टर का एक बार फिर से फोन आया कि मामला आगे बढ़ गया है। एक लाख रुपये और भेजो। मैंने किसी तरह पैसों का बंदोबस्त करते हुए 1,65,000 उनके खाते में ट्रांसफर कर दिया। इसके बाद मैंने जब पुलिस इंस्पेक्टर को बच्चे को छोड़ने के लिए कहना चाहा तो उसका मोबाइल नंबर बंद हो गया। जब अपने पुत्र को खोजने लगा तो पता चला वह गाँव में है और दुष्कर्म जैसी घटना नहीं किया है।
