अपराध
फर्जी कॉल सेंटर खोल नौकरी दिलाने वाले दो ठगों को साइबर सेल ने किया गिरफ्तार
दो चार पहिया, वाहन भारी मात्रा में मोबाइल, एटीएम, पासबुक, चेकबुक, कंप्यूटर, लैपटॉप के साथ नगदी बरामद
वाराणसी । साइबर सेल पुलिस ने फर्जी कॉल सेंटर खोलकर नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले दो साइबर ठगों को कालका जी नई दिल्ली से गिरफ्तार किया है । पकड़े गए ठगों के पास से पुलिस ने 2 चार पहिया वाहन, 15 कीपैड मोबाइल, तीन एंड्राइड मोबाइल, तीन आईओएस मोबाइल, 5 एटीएम कार्ड, 8 पासबुक, 8 चेकबुक, 30 सिम कार्ड , एक कंप्यूटर सिस्टम, एक लैपटॉप, एक प्रिंटर, 7 फर्जी बैंक इन्वायसमेंट लेटर, 6 कस्टमर रिज्यूम डेटा शीट तथा 5300 नगद बरामद किया है । पुलिस के अनुसार पकड़े गए दोनों ठग उच्च शिक्षा प्राप्त तथा कंप्यूटर में मास्टर डिग्री लिए हैं । प्रभारी निरीक्षक थाना साइबर सेल विजय नारायण मिश्र ने बताया कि जौनपुर निवासी श्रेयांश कुमार मिश्रा ने सितंबर माह में साइबर सेल थाना में प्रार्थना पत्र देकर ऑनलाइन वेबसाइट के माध्यम से नौकरी दिलाने के नाम पर 11 लाख रुपए की ठगी किए जाने का मुकदमा दर्ज कराया था । इसके बाद से पुलिस साइबर अपराधियों की तलाश में जुटी थी । इलेक्ट्रॉनिक सूचनाओं के आधार पर नई दिल्ली निवासी रोहित कुमार तथा अतीत कुमार का नाम प्रकाश में आया । जिस पर पुलिस ने नई दिल्ली ब्लॉक ई कालकाजी से दोनों को गिरफ्तार कर लिया । पुलिस की पूछताछ में पकड़े गए ठगों ने बताया कि ऑनलाइन रोजगार की तलाश करने वाले प्रायः अपना रिज्यूम विभिन्न वेबसाइटों पर डालते है । वह लोग अपने कॉल सेंटर को अवैध तरीके से प्राइवेट लिमिटेड कंपनी दिखाकर तथा उसमें नौकरी कंसल्टेंसी का कार्य दिखाते हुए उक्त कंपनियों को धोखे में रखकर रोजगार की तलाश में रिज्यूम अपलोड किए गए व्यक्तियों का डेटा प्राप्त कर लिया जाता है । इसके बाद अपने कॉल सेंटर के टेलीकॉलर द्वारा इन व्यक्तियों को कॉल कर नौकरी देने हेतु फार्म भरवा कर रजिस्ट्रेशन कराया जाता है । इस तरह से संबंधित का पूरा डाटा प्राप्त किया जाता है । इस प्रक्रिया के तहत साइबर अपराधियों द्वारा रजिस्ट्रेशन फीस, अपॉइंटमेंट फीस, वेरिफिकेशन फीस, बीमा फीस इत्यादि का हवाला देते हुए लाखों की ठगी कर ली जाती है । पकड़े गए रोहित कुमार तथा अतीत कुमार दोनों ही संगम विहार नई दिल्ली के रहने वाले हैं । गिरफ्तारी करने वाली पुलिस टीम में प्रभारी निरीक्षक के अलावा उप निरीक्षक नीलम सिंह, मुख्य आरक्षी आलोक कुमार सिंह, प्रभात कुमार द्विवेदी, गोपाल चौहान, आरक्षी चंद्रशेखर यादव तथा आरक्षी चालक विजय कुमार शामिल थे ।