वाराणसी
पेंशनरों ने जताया रोष, सरकार से मांगा समस्याओं का समाधान

महंगाई राहत की तीन किस्तों का एरियर अब तक बकाया
वाराणसी। उत्तर प्रदेश पेंशनर्स कल्याण संस्था, शाखा वाराणसी की मासिक बैठक रविवार को पीडब्ल्यूडी स्थित डिप्लोमा इंजीनियर्स संघ भवन में जिलाध्यक्ष इं. एस.डी. मिश्र की अध्यक्षता तथा जिलामंत्री अवध नारायण पाण्डेय के संचालन में आयोजित हुई।
बैठक में सर्वप्रथम नये सदस्यों का स्वागत किया गया और अक्टूबर माह में जन्मे सदस्यों का जन्मदिन हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इसके बाद पिछली बैठक की कार्यवाही की पुष्टि की गई।
बैठक में वक्ताओं ने केन्द्र और राज्य सरकारों के पेंशनरों के प्रति उपेक्षात्मक रवैये पर तीखा आक्रोश व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि सरकारें पेंशनरों और वरिष्ठ नागरिकों को बोझ समझने लगी हैं। कोरोना काल में रोकी गई महंगाई राहत की तीन किस्तों का एरियर अब तक नहीं दिया गया है, न ही वरिष्ठ नागरिकों को रेलवे किराए में मिलने वाली छूट बहाल की गई है।
वक्ताओं ने यह भी कहा कि केन्द्र सरकार ने अब तक 8वें वेतन आयोग का गठन नहीं किया है। साथ ही पेंशन के राशिकरण की अवधि 15 वर्ष से घटाकर 10 वर्ष 8 माह किए जाने के विरुद्ध दायर रिट याचिकाओं पर उच्च न्यायालय के स्थगनादेश को सरकार निरस्त कराने का प्रयास कर रही है।
बैठक में यह भी मांग की गई कि सेवानिवृत्ति के बाद मिलने वाली पेंशन में उम्र के अनुसार वृद्धि की व्यवस्था (65, 70 और 75 वर्ष पर क्रमशः 5%, 10% और 15%) लागू की जाए। साथ ही पं. दीनदयाल उपाध्याय राज्य कर्मचारी कैशलेस चिकित्सा योजना का लाभ पेंशनरों को भी दिया जाए तथा चिकित्सा प्रतिपूर्ति के दावे समय पर निपटाए जाएं।
पेंशनरों ने केन्द्र और राज्य सरकार से अपील की कि उनकी समस्याओं का तत्काल समाधान सुनिश्चित किया जाए ताकि उन्हें राहत मिल सके।
बैठक को इं. शमसुल आरेफिन (प्रांतीय संरक्षक), इं. आर.पी. मिश्र (संरक्षक), इं. देवेन्द्र लाल श्रीवास्तव, डॉ. परमहंस मिश्र, इं. हीरालाल प्रसाद, डॉ. सुधाकर मिश्र, एस.एन. मणि, अमरदेव, एच.एस.पी. विश्वकर्मा, प्रभाकर दुबे, शिव प्रकाश, एस.एन. त्रिपाठी, दयाशंकर सिंह यादव, लल्लन सिंह, नागेन्द्र सिंह, रामचन्द्र गुप्ता व शैलकुमारी आदि ने संबोधित किया।