आजमगढ़
पुलिस ने हत्या का खुलासा करते हुये चार को किया गिरफ्तार

आजमगढ़ (जयदेश)। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हेमराज मीना के निर्देशन में अपराध और अपराधियों पर नियंत्रण के लिए चलाए जा रहे अभियान के तहत थाना कोतवाली पुलिस ने हत्या की एक घटना का सफल अनावरण करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस ने गिरफ्तार अभियुक्तों के कब्जे से हत्या में प्रयुक्त ब्रेजा कार (BR01CZ0018), डिस्कवर मोटरसाइकिल (CG0X5034), नायलॉन की रस्सी, छह मोबाइल फोन, आधार कार्ड, पैन कार्ड और ड्राइविंग लाइसेंस बरामद किया है।
हत्या की इस घटना का मामला 17 फरवरी 2025 को सामने आया था, जब वादिनी चांदनी पाठक ने अपने पति राजेश चंद्र पाठक की गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया था कि उनके पति दोपहर 2:30 बजे से संपर्क में नहीं थे और उनका फोन भी स्विच ऑफ आ रहा था।
इससे पहले 21 दिसंबर 2024 को उनके पति को एक अज्ञात व्यक्ति ने न्यायालय में विचाराधीन भगौती बनाम सहबाज मामले की पैरवी करने पर जान से मारने की धमकी दी थी, जिसका केस पहले से दर्ज था।
18 फरवरी की रात पुलिस ने उन्हें एक लावारिस लाश की तस्वीर दिखाई, जिसे उन्होंने अपने पति के रूप में पहचाना। इसके बाद पुलिस ने 19 फरवरी को मामला दर्ज कर जांच शुरू की और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर चार टीमों का गठन किया गया।
पुलिस ने 21 फरवरी को मुखबिर की सूचना पर मुख्य अभियुक्त रविंद्र सिंह उर्फ संतोष सिंह और हरिकेश चौहान को बैठौली नदी पुल के पास से गिरफ्तार किया। इनकी निशानदेही पर मोहम्मद फैसल और विजय सिंह उर्फ बंटी को भी हिरासत में लिया गया।
पूछताछ में अभियुक्तों ने बताया कि मृतक राजेश चंद्र पाठक से उन्होंने 15-15 लाख रुपये उधार लिए थे, जिस पर वे हर महीने डेढ़ लाख रुपये ब्याज चुकाते थे। हाल के दिनों में वे ब्याज नहीं चुका पा रहे थे, जिससे मृतक लगातार उन पर पैसे लौटाने का दबाव बना रहा था और सार्वजनिक रूप से उन्हें अपमानित करता था।
इससे नाराज होकर उन्होंने राजेश चंद्र पाठक को रास्ते से हटाने की योजना बनाई।17 फरवरी को अभियुक्तों ने राजेश चंद्र पाठक को प्लॉट दिखाने के बहाने बुलाया और कार में बैठाकर गला दबाकर हत्या कर दी।
शव को छिपाने के लिए उसे जीयनपुर-मोहम्मदाबाद बॉर्डर के हरदूपुर नहर में फेंक दिया गया। पुलिस ने इस हत्याकांड में शामिल अन्य अभियुक्त भोला सिंह और चंद्रभूषण सिंह को भी चिन्हित किया है, जिनकी तलाश जारी है। पुलिस की इस कार्रवाई में कई अधिकारियों और पुलिसकर्मियों की टीम ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।