वाराणसी
पुलिस छावनी में तब्दील हुआ विद्या मठ, धारा 144 लागू
वाराणसी। सोमवार को केदारघाट स्थित श्री विद्या मठ को पुलिस ने छावनी में तब्दील कर दिया। स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद शनिवार को काशी पहुंचे हैं। इसके बाद उन्होंने ऐलान किया है कि वह मूल विश्वनाथ मंदिर की परिक्रमा करेंगे। इस पर पुलिस प्रशासन उनसे वार्ता कर मनाने में लग रहा। उनके इस ऐलान के बाद पुलिस प्रशासन अलर्ट मोड पर रही और पूरा मठ छावनी में तब्दील कर दिया। दशाश्वमेध एसीपी अवधेश पाण्डेय का कहना रहा कि स्वामी जी से वार्तालाप की गई है और उनसे अनुरोध किया गया है कि अभी न्यायालय का आदेश नहीं है। संवेदनशीलता बनी हुई है और धारा 144 भी लगी हुई है। इसलिए वह सिर्फ विश्वनाथ बाबा का दर्शन पूजन ही करें।
इससे पूर्व भी स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ज्ञानवापी में मिले कथित शिवलिंग की पूजा करने की बात कही थी। लेकिन उक्त जगह न्यायालय के आदेश से सील था। लिहाजा प्रशासन ने उन्हें पहले ही जाने से मना कर दिया था। लेकिन वे जिद पर अड़ गए और मस्जिद की ओर निकलने लगे। ऐसे में पुलिस ने उन्हें उनके मठ के पास ही रोक दिया था। इस बात के विरोध में स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद आश्रम में ही अन्न जल त्याग कर अनशन पर बैठ गए थे। जिसको लेकर उन्होंने कोर्ट में याचिका दायर की थी और इस मामले की सुनवाई वाराणसी जिला अदालत में चल रही है।
वहीं सोमवार को पुलिस प्रशासन ने उन्हें मठ में ही रोक दिया। स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि चारों तरफ से मठ को पुलिस की छावनी बनाकर घेर लिया गया है। उन्होंने कहा कि कोई भी कारण हमको लिखित तौर पर नहीं बताया गया है जिस पर हम विचार कर सकें। वहीं इस बीच काफी संख्या में जुटे संतों और पुलिस प्रशासन के बीच काफी धक्का मुक्की हुई। स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद इस बात पर अड़े रहे कि वह परिक्रमा हेतु जाएंगे। हमारे धर्म के पालन में प्रशासन कैसे रोक सकता है।