राज्य-राजधानी
पुलिसकर्मियों को अब मिलेगा साप्ताहिक अवकाश

लखनऊ। उत्तर प्रदेश पुलिस विभाग में लंबे समय से लंबित साप्ताहिक अवकाश की मांग पर आखिरकार मुहर लग गई है। प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (DGP) राजीव कृष्ण ने स्पष्ट किया है कि अब पुलिसकर्मियों को साप्ताहिक अवकाश की सुविधा दी जा सकेगी। उन्होंने बताया कि विभाग को बड़ी संख्या में नए आरक्षी प्राप्त हुए हैं, जिससे अब बल की कमी नहीं रहेगी और पुलिसकर्मियों के वेलफेयर की दिशा में ठोस कार्य हो सकेगा।
डीजीपी मंगलवार देर रात वाराणसी से लखनऊ लौटते समय सुलतानपुर जिले के अमहट स्थित पुलिस प्रशिक्षण केंद्र पर कुछ समय के लिए रुके। इस दौरान उन्होंने जिलाधिकारी कुमार हर्ष, पुलिस अधीक्षक कुंवर अनुपम सिंह और अयोध्या जोन के आईजी प्रवीण कुमार सिंह के साथ कानून-व्यवस्था को लेकर समीक्षा बैठक की।
मीडिया से बातचीत में उन्होंने बताया कि पहले बल की कमी के कारण पुलिसकर्मियों को साप्ताहिक अवकाश नहीं मिल पाता था, लेकिन अब इस दिशा में कार्य प्रारंभ हो गया है। डीजीपी ने कहा, “विभाग में पर्याप्त संख्या में आरक्षियों की उपलब्धता हो चुकी है। इससे पुलिसकर्मी न केवल मानसिक रूप से स्वस्थ रहेंगे, बल्कि अपराध नियंत्रण के कार्य में और अधिक मनोयोग से लग सकेंगे।”
इस अवसर पर जब उनसे यह पूछा गया कि संगठित अपराधियों के खिलाफ की जा रही मुठभेड़ों के बावजूद अपराध कम क्यों नहीं हो रहा, तो डीजीपी ने कहा कि ऐसे अपराधों के खिलाफ पुलिस विधिक दायरे में रहकर कार्रवाई कर रही है। उन्होंने क्षणिक अपराधों पर भी सख्त कार्रवाई की बात कही और बताया कि अपराधियों को सजा दिलाने का कार्य न्यायालयों के माध्यम से किया जा रहा है।
डीजीपी ने स्पष्ट किया कि साप्ताहिक अवकाश को लेकर जो भ्रम बना हुआ था, वह अब जल्द ही दूर हो जाएगा। विभागीय स्तर पर इसकी व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है ताकि पुलिसकर्मी भी अन्य सरकारी कर्मियों की तरह नियमित अवकाश का लाभ ले सकें।
उन्होंने यह भी बताया कि वाराणसी में गृह मंत्री और मुख्यमंत्री के साथ हुई बैठक के बाद जब वह वापस लौट रहे थे, तो सुलतानपुर जिला मुख्यालय रास्ते में पड़ने के कारण उन्होंने वहां की कानून-व्यवस्था की जमीनी हकीकत का जायजा लेने का निर्णय लिया।