मिर्ज़ापुर
पिता-पुत्री को मिला राष्ट्रीय साहित्य सम्मान
सृष्टि राज और आनंद अमित को ‘साहित्य मंडल, नाथद्वारा, राजस्थान’ ने किया सम्मानित
मिर्जापुर। विश्व प्रसिद्ध साहित्यिक संस्था ‘साहित्य मंडल, नाथद्वारा, राजस्थान’ ने अपने वार्षिक श्री भगवती प्रसाद देवपुरा स्मृति समारोह में मिर्जापुर की युवा कवयित्री और लेखिका सृष्टि राज को गीता देवी काबरा स्मृति बाल श्री सम्मान 2025 प्रदान किया। यह सम्मान उनकी चर्चित पुस्तक ‘दर्पण में बचपन’ के लिए दिया गया। इससे पूर्व भी इस पुस्तक पर सृष्टि राज को बाल साहित्य संवर्धन संस्थान, कानपुर द्वारा सम्मानित किया जा चुका है। सृष्टि राज वर्तमान में विंध्यवासिनी महाविद्यालय, मिर्जापुर में बी.ए. तृतीय वर्ष की छात्रा हैं और निरंतर साहित्य सृजन में सक्रिय हैं।
इसी समारोह में मिर्जापुर के वरिष्ठ साहित्यकार आनंद अमित को साहित्य में उनके विशेष योगदान के लिए साहित्य सुधाकर की मानद उपाधि और डॉ. आर.के. रामन स्मृति सम्मान से नवाजा गया। आनंद अमित की अब तक छह पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं। वे वर्तमान में बीएसएनएल, मिर्जापुर में अवर दूरसंचार अधिकारी के पद पर कार्यरत हैं। सृष्टि राज उनके सुपुत्री हैं।
साहित्य मंडल, नाथद्वारा के प्रधानमंत्री श्याम देवपुरा ने बताया कि यह संस्था प्रतिवर्ष देशभर के चुनिंदा साहित्यकारों को सम्मानित करती है। उन्होंने कहा, “पिता-पुत्री का एक साथ सम्मानित होना एक दुर्लभ और गर्व का क्षण है।”
साहित्य मंडल द्वारा सृष्टि राज और आनंद अमित को सम्मानित किए जाने पर मिर्जापुर के साहित्यकारों और साहित्यप्रेमियों ने हर्ष व्यक्त किया। वरिष्ठ साहित्यकार भोलानाथ कुशवाहा, प्रसिद्ध नवगीतकार गणेश गंभीर, डॉ. नीरज त्रिपाठी, प्रवीन राठी, लल्लू तिवारी, अरविंद अवस्थी, लालब्रत सिंह सुगम, केदारनाथ सविता, डॉ. रमाशंकर शुक्ल, डॉ. सुधा सिंह, रमाशंकर सिंह यादव, पूजा यादव, कुलभूषण पाठक, इरफान कुरैशी, सुभाष वर्मा, मिलन प्रजापति, आनंद केसरी, नंदिनी वर्मा, श्रुति जायसवाल और इला जायसवाल सहित कई साहित्यप्रेमियों ने उन्हें बधाई दी।
साहित्यकारों ने एक स्वर में कहा कि, “साहित्य की इस अनूठी उपलब्धि ने मिर्जापुर का नाम राष्ट्रीय मंच पर गर्व से ऊंचा किया है।”