Connect with us

राज्य-राजधानी

पहलगाम में पर्यटकों पर आतंकी हमला, नाम पूछकर मारी गोली

Published

on

अमित शाह श्रीनगर रवाना

पहलगाम। जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले में स्थित बैसरन घाटी मंगलवार को आतंकी हमले से दहल उठी। आर्मी की वर्दी में आये दो आतंकियों ने घोड़े पर सवार पर्यटकों पर अचानक फायरिंग शुरू कर दी। हमले में गुजरात निवासी विनो भट्ट की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि कम से कम 20 लोग घायल बताए जा रहे हैं। घायल पर्यटकों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा ने ली है।

घटना के प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, आतंकियों ने टूरिस्ट से नाम पूछा और फिर उसके सिर में गोली मार दी। हमला होते ही इलाके में अफरा-तफरी मच गई। सुरक्षाबलों ने तुरंत मोर्चा संभाला और पूरे क्षेत्र को घेरकर तलाशी अभियान शुरू कर दिया है। हेलिकॉप्टर से भी निगरानी रखी जा रही है।

सूत्रों के मुताबिक, यह हमला पुलवामा के 2019 के आत्मघाती हमले के बाद अब तक की सबसे बड़ी घटना हो सकती है। तब 47 जवान शहीद हुए थे। इस बार टूरिस्टों को निशाना बनाया गया है, जिससे अमरनाथ यात्रा से पहले सुरक्षा को लेकर गहरी चिंता जताई जा रही है।

Advertisement

प्रधानमंत्री ने लिया संज्ञान, अमित शाह मौके पर
घटना की जानकारी मिलते ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सऊदी अरब से गृहमंत्री अमित शाह से बात की और उन्हें तत्काल श्रीनगर रवाना होने का निर्देश दिया। अमित शाह ने अधिकारियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सुरक्षा की समीक्षा की। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने भी घटना पर दुख जताया और दोषियों को कड़ी सजा देने की बात कही है।

पीएम मोदी ने कहा, “इस जघन्य कृत्य के पीछे जो लोग हैं, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। आतंकवाद के विरुद्ध हमारा संकल्प और मजबूत होगा।” वहीं, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने हमले की निंदा करते हुए कहा कि, “सरकार को अब ठोस और जवाबदेह कार्रवाई करनी चाहिए।” उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती ने भी हमले को अमानवीय बताया और सुरक्षा में चूक की जांच की मांग की।

अमरनाथ यात्रा के मद्देनजर सुरक्षा सतर्कता
3 जुलाई से शुरू हो रही अमरनाथ यात्रा में पहलगाम रूट की अहम भूमिका होती है। यही कारण है कि इस हमले को यात्रा से पहले की साजिश के तौर पर देखा जा रहा है। यात्रा मार्ग को लेकर सुरक्षा एजेंसियों ने फिर से रिव्यू शुरू कर दिया है।

बीते एक महीने में कठुआ, अखनूर और किश्तवाड़ में भी आतंकी मुठभेड़ और घुसपैठ की घटनाएं सामने आ चुकी हैं। सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे पहले ही कह चुके हैं कि सीमा पर लगातार घुसपैठ की कोशिशें हो रही हैं और सेना हर स्थिति से निपटने के लिए तैयार है।

Advertisement

Copyright © 2024 Jaidesh News. Created By Hoodaa