वाराणसी
पशुपतेश्वर महादेव आश्रम के अस्तित्व को बचाने के लिए संतों का महासम्मेलन होली बाद
वाराणसी । सनातन संस्कृति और आस्था के प्रतीक पशुपतेश्वर महादेव आश्रम के अस्तित्व को बचाने के लिए संत समाज एकजुट हो गया है। अकथा पीठाधीश्वर संत बाल योगी ने दावा किया है कि 1300 वर्ष पुराने इस ऐतिहासिक मंदिर के शिवलिंग समेत अन्य पवित्र वस्तुओं को उनके निर्धारित स्थान से हटाकर आश्रम परिसर पर कब्जा करने का प्रयास किया जा रहा है।
इस मुद्दे पर संत समाज ने गंभीर चिंता व्यक्त करते हुए पंजाबी मंदिर, अस्सी में एक धार्मिक आयोजन के दौरान आश्वासन दिया कि होली के बाद एक बड़ा संत महासम्मेलन आयोजित कर इस अन्याय के खिलाफ आवाज उठाई जाएगी। इस आयोजन में संत सतुआ बाबा, बालक दास समेत कई प्रमुख संत उपस्थित रहे।
महंत बाल योगी ने आरोप लगाया कि जब ग्रामीणों ने इस अन्याय का विरोध किया तो उन्हें असलहे के बल पर धमकाया गया। उन्होंने बताया कि उनके पास इस घटना का वीडियो प्रमाण भी मौजूद है।
महंत बाल योगी ने सनातन धर्म और परंपरा की रक्षा के लिए पूरे संत समाज और श्रद्धालुओं से एकजुट होने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि यह केवल एक मंदिर का मामला नहीं है, बल्कि हमारी आस्था, परंपरा और सनातन संस्कृति पर हमला है, जिसे किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
जल्द ही संत समाज इस विषय पर बड़ा निर्णय लेगा और आश्रम परिसर की रक्षा के लिए व्यापक आंदोलन छेड़ा जाएगा।