मिर्ज़ापुर
पत्रकार उत्पीड़न के खिलाफ एसोसिएशन ने डीएम और एसएसपी को सौंपा ज्ञापन

बालू माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई की मांग
मिर्जापुर। लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर लगातार हो रहे हमलों और पत्रकार उत्पीड़न के मामलों को लेकर मिर्जापुर जिले में विरोध तेज हो गया है। जिगना थाना क्षेत्र में पत्रकार प्रमोद सिंह पर हुए जानलेवा हमले के विरोध में ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष अजय ओझा के नेतृत्व में पत्रकारों ने डीएम और एसएसपी को ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन के माध्यम से पत्रकारों ने मांग की कि बालू माफियाओं और पुलिस अधिकारियों के गठजोड़ की निष्पक्ष जांच कराते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। जिलाध्यक्ष अजय ओझा ने कहा कि प्रमोद सिंह ने प्रतिबंधित कछुआ सेंचुरी क्षेत्र में हो रहे अवैध बालू खनन पर खबर प्रकाशित की थी, जिसके बाद उप जिलाधिकारी सदर ने कार्रवाई के आदेश दिए थे। इसी से नाराज़ माफियाओं ने उन पर प्राणघातक हमला कर दिया।
पत्रकारों का आरोप है कि प्रशासनिक कार्रवाई के बावजूद माफिया खुलेआम घूम रहे हैं और पुलिस की निष्क्रियता सवालों के घेरे में है। साथ ही राजगढ़ थानाध्यक्ष द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की खबर प्रकाशित करने पर एक पत्रकार पर फर्जी मुकदमा दर्ज करने का मामला भी सामने आया है। संगठन का कहना है कि यदि 25 अप्रैल तक आरोपियों पर कार्रवाई नहीं हुई तो पुलिस अधीक्षक कार्यालय पर आमरण अनशन किया जाएगा।
डीएम और एसपी ने पत्रकारों को आश्वासन दिया है कि मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर उचित कार्रवाई की जाएगी। इस मौके पर जिलाध्यक्ष अजय ओझा सहित राहुल तिवारी, प्रमोद सिंह, सतीश सिंह, रविंद्र जायसवाल, जितेन्द्र बिंद, शिवम् मालवीय, सारिका दुबे, वीपी सिंह, रवि यादव, दयाशंकर, आशुतोष तिवारी, कृष्ण कुमार अग्रहरि, रघुबर मौर्या, सुभाष और सतेन्द्र कुमार जैसे पत्रकार उपस्थित रहे।