गाजीपुर
पंडित दीनदयाल उपाध्याय राजकीय महाविद्यालय का 34वां वार्षिक क्रीड़ा समारोह संपन्न
विजेताओं ने दिखाया दमखम
गाजीपुर। पंडित दीनदयाल उपाध्याय राजकीय महाविद्यालय, सैदपुर में आज 34वें वार्षिक क्रीड़ा समारोह का आयोजन किया गया। इस भव्य आयोजन की शुरुआत मुख्य अतिथि प्रो. बृज किशोर त्रिपाठी (प्राचार्य, राजकीय महिला महाविद्यालय, डी.एल.डब्ल्यू, वाराणसी) द्वारा दीप प्रज्ज्वलन और सरस्वती प्रतिमा पर माल्यार्पण से हुई। इसके बाद पिछले सत्र के क्रीड़ा चैंपियन धर्मेंद्र कुमार ने मशाल दौड़ लगाई, वहीं रोवर्स-रेंजर्स के छात्र-छात्राओं ने आकर्षक मार्च पास्ट कर मुख्य अतिथि को सलामी दी।
प्रतियोगिताओं में 5000 मीटर दौड़, पद चाल, जैवलिन थ्रो, 100 मीटर दौड़ और लंबी कूद जैसे रोमांचक मुकाबले आयोजित हुए। 5000 मीटर दौड़ (बालक वर्ग) में वीर कुमार, रवि सोनकर और अभय गोंड ने क्रमशः प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त किया, जबकि बालिका वर्ग में लक्ष्मी सोनकर, शिखा सिंह और सलोनी कश्यप विजेता बनीं। 5000 मीटर पद चाल (बालक वर्ग) में धर्मेंद्र कुमार, प्रिंस यादव और अमन कुमार, जबकि बालिका वर्ग में खुशबू, मुस्कान आर्या और रोली यादव ने बाजी मारी।
जैवलिन थ्रो (बालक वर्ग) में सौरभ कुमार, आशुतोष यादव और रवि सोनकर ने क्रमशः पहला, दूसरा और तीसरा स्थान प्राप्त किया, जबकि बालिका वर्ग में कुमकुम, खुशबू और राजनंदिनी कुशवाहा विजेता रहीं। 100 मीटर दौड़ (बालक वर्ग) में विशाल यादव, अनुज तिवारी और रवि सोनकर, जबकि बालिका वर्ग में प्रतीक्षा कुमारी, रवीना यादव और खुशी मौर्य ने शीर्ष स्थान हासिल किए। लंबी कूद (बालक वर्ग) में विशाल यादव, करन विश्वकर्मा और करन सोनकर, वहीं बालिका वर्ग में श्रीजल यादव, रितु शर्मा और मुस्कान आर्या विजेता रहीं।
मुख्य अतिथि प्रो. बृज किशोर त्रिपाठी ने सभी विजेताओं को मेडल पहनाकर सम्मानित किया और क्रीड़ा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए छात्रों को इसे जीवन में अपनाने की प्रेरणा दी। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. नीरज कुमार गुप्ता ने सभी प्रतिभागियों के साहस और उत्साह की सराहना की। क्रीड़ा प्रभारी डॉ. अच्छे लाल यादव के कुशल निर्देशन में यह भव्य आयोजन सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। कार्यक्रम का मंच संचालन डॉ. राम रूप (अंग्रेजी प्रवक्ता) ने प्रभावशाली ढंग से किया। इस अवसर पर महाविद्यालय के सभी शिक्षक, शिक्षणेत्तर कर्मचारी और छात्र-छात्राएं बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।