वाराणसी
निजीकरण के खिलाफ भड़के बिजलीकर्मी, हनुमान मंदिर पर किया जोरदार प्रदर्शन

कर्मचारियों ने कहा— “मरते दम तक नहीं होने देंगे निजीकरण”
वाराणसी। प्रदेश में बिजली के निजीकरण के खिलाफ चल रहे राज्यव्यापी आंदोलन के तहत बुधवार को बनारस के बिजलीकर्मियों ने भिखारीपुर स्थित हनुमान मंदिर पर जोरदार प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन विधुत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति, उत्तर प्रदेश के बैनर तले आंदोलन के आठवें दिन आयोजित किया गया।
प्रदर्शनकारियों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा निजीकरण से संबंधित फाइल को वापस कराने के निर्णय का स्वागत किया और मुख्यमंत्री एवं विद्युत नियामक आयोग के अध्यक्ष के प्रति आभार जताया। वहीं, ऊर्जा मंत्री द्वारा दिए गए “बिजली का निजीकरण होकर रहेगा” वाले बयान को लेकर गहरा आक्रोश व्यक्त किया।
बिजलीकर्मियों ने सरकार को स्पष्ट चेतावनी देते हुए कहा, “मरते दम तक बिजली का निजीकरण नहीं होने देंगे।” उन्होंने मांग की कि निजीकरण से जुड़ा प्रस्ताव जनहित में स्थायी रूप से रद्द किया जाए और मौजूदा विद्युत व्यवस्था को सशक्त बनाने के लिए बिजलीकर्मियों की भागीदारी सुनिश्चित की जाए।
सभा को संबोधित करते हुए संघर्ष समिति के नेता अंकुर पांडेय ने बताया कि 29 मई को प्रस्तावित कार्य बहिष्कार को फिलहाल मुख्यमंत्री के हस्तक्षेप के चलते स्थगित किया गया है। हालांकि उन्होंने आगाह किया कि यदि पुनः टेंडर प्रक्रिया शुरू की गई तो प्रदेशभर के बिजलीकर्मी बिना किसी पूर्व सूचना के कार्य बहिष्कार करेंगे।
प्रदर्शन में विजय नारायण हिटलर, ई. पंकज जैसवाल, ई. एस.के. सिंह, ई. गजेंद्र श्रीवास्तव, ई. नरेंद्र वर्मा, कृष्णा सिंह, अभिजीत साह, चंदन कुमार, बृजेश यादव, मनोज सोनकर, अशोक सिंह सहित कई नेताओं ने भाग लिया और सरकार को दो टूक संदेश दिया कि निजीकरण की कोशिशें किसी भी कीमत पर सफल नहीं होने दी जाएंगी।