वाराणसी
नाबालिग के गुमशुदगी पर पुलिस की सौदेबाजी – “50 हजार दो, तभी खोजेंगे !”

वाराणसी। शिवपुर थाना क्षेत्र की एक नाबालिग छात्रा को लापता हुए एक साल होने को है, लेकिन पुलिस अभी तक उसका कोई सुराग नहीं लगा पाई है। छात्रा की मां अभिलाषा पाल ने मंगलवार को अपर पुलिस आयुक्त (अपराध) राजेश कुमार सिंह के पास पहुंचकर अपनी बेटी की बरामदगी की गुहार लगाई। अभिलाषा ने आरोप लगाया कि जब भी वह अपनी बेटी की जानकारी लेने थाने जाती हैं, तो पुलिस उनसे 50 हजार रुपए की मांग करती है। उन्होंने बताया कि “हम गरीब लोग हैं, इतना पैसा कहां से लाएं? पहले ही चार हजार रुपए ‘खर्चा-पानी’ के नाम पर दे चुके हैं, लेकिन अब तक मेरी बेटी का कोई पता नहीं चला।”
12 अप्रैल को गायब हुई थी छात्रा
शिवपुर थाना क्षेत्र के दनियालपुर निवासी अभिलाषा पाल की बेटी कक्षा 11 की छात्रा थी और उसकी उम्र लगभग 17 साल है। अभिलाषा के अनुसार, 12 अप्रैल 2024 को उनकी बेटी सुबह शौच के लिए घर से निकली थी, लेकिन वापस नहीं लौटी। परिजनों ने उसकी काफी तलाश की, मगर कोई सुराग नहीं मिला।
जब परिवारजन बेटी की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराने शिवपुर थाने पहुंचे, तो पुलिस ने मामला दर्ज करने में आनाकानी की। अभिलाषा का कहना है कि पुलिस ने कई बार चक्कर लगवाया और आखिरकार 10 दिन बाद अपहरण की धाराओं में केस दर्ज किया गया। बावजूद इसके, एक साल बीत जाने के बाद भी पुलिस को छात्रा का कोई सुराग नहीं मिल सका है।
महिला संगठनों ने किया प्रदर्शन
पुलिस की लापरवाही के खिलाफ अगस्त 2024 में अखिल भारतीय प्रगतिशील महिला एसोसिएशन (एआईपीडब्ल्यूए) समेत कई महिला संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किया था। इसके बाद एडीसीपी टी. सरवन ने मामले में उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए थे, लेकिन छात्रा की बरामदगी नहीं हो सकी।
मंगलवार को अखिल भारतीय प्रगतिशील महिला एसोसिएशन की प्रदेश सचिव कुसुम वर्मा के नेतृत्व में अभिलाषा पाल समेत कई महिलाएं अपर पुलिस आयुक्त (अपराध) राजेश कुमार सिंह के कार्यालय पहुंचीं। उन्होंने छात्रा की जल्द से जल्द बरामदगी के लिए विशेष टीम गठित करने की मांग की।
पुलिस अधिकारी ने दिया आश्वासन
अपर पुलिस आयुक्त राजेश कुमार सिंह ने पीड़ित परिवार को आश्वासन दिया कि छात्रा की तलाश में विशेष टीम गठित की जाएगी और जल्द से जल्द उसे बरामद किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस मामले में लापरवाही बरतने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
पीड़िता की मां का कहना है कि उनकी एकमात्र उम्मीद पुलिस है। उन्होंने प्रशासन से अपील की है कि उनकी बेटी को जल्द से जल्द सुरक्षित घर वापस लाया जाए।