वाराणसी
नवजात का 21 घंटे बाद हुआ पोस्टमार्टम

कैमरे की निगरानी में चली साढ़े तीन घंटे की प्रक्रिया
वाराणसी। जिला महिला अस्पताल कबीरचौरा में शुक्रवार शाम डिलीवरी के दौरान मृत हुए नवजात का पोस्टमार्टम 21 घंटे बाद शनिवार शाम 4.30 बजे कराया गया। पुलिस परिजनों के साथ शव को शिवपुर पोस्टमार्टम हाउस लाई, जहां कैमरे की निगरानी में दो डॉक्टरों की टीम ने फॉरेंसिक एक्सपर्ट की मौजूदगी में साढ़े तीन घंटे तक प्रक्रिया पूरी की। पूरी कार्यवाही की वीडियोग्राफी भी कराई गई। फिलहाल रिपोर्ट का इंतजार है।
पड़ाव निवासी अनिसुर रहमान की पत्नी शबनम (30) की डिलीवरी शुक्रवार शाम 7.30 बजे हुई थी। ऑपरेशन के बाद जैसे ही नवजात को परिजनों को सौंपा गया, उसके सिर से खून टपक रहा था। सिर पर ब्लेड के घाव देखकर परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने समझाने का प्रयास किया, लेकिन परिजन डॉक्टरों पर कार्रवाई की मांग पर अड़े रहे।

महिला अस्पताल की प्रमुख अधीक्षक डॉ. नीना वर्मा ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट से मौत के सही कारण का पता चल जाएगा। उनका कहना है कि डिलीवरी से पहले जांच में बच्चे की धड़कन बंद पाई गई थी और बच्चा मां की बच्चेदानी से चिपका था। इसकी जानकारी परिजनों को दे दी गई थी।
महिला के पति अनिसुर रहमान ने आरोप लगाया कि ऑपरेशन से कुछ देर पहले ओटी में दो युवकों ने 3000 रुपये मांगे, जिसे उन्होंने दे दिया। हालांकि डॉक्टरों ने ओटी में रुपये मांगने के आरोप से इनकार किया है।
डिलीवरी करने वाली डॉक्टर अनुरीता सचान ने बच्चे के सिर में ब्लड लगने की बात स्वीकार की। उन्होंने कहा कि संभवतः डिलीवरी के दौरान सिर में ब्लेड लग गया हो। ऑपरेशन से पहले बच्चे की धड़कन नहीं चल रही थी, यह परिजनों को बताया गया था। वहीं, शबनम ने भी बताया कि ऑपरेशन के दौरान डॉक्टर और स्टाफ नर्स बच्चों के सिर काटने और खून गिरने की बात कर रहे थे।