वाराणसी
नरेंद्र मोदी को संसद में निर्विरोध भेजें काशी की जनता
अखिल भारतीय मनीषी परिषद ने की काशीवासियों से मार्मिक अपील
अखिल भारतीय मनीषी परिषद ने काशी की जनता से कहा है कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काशी का जो विकास किया है उसका कर्ज उतारने के लिए यह उचित समय है और लोगों को उन्हें चुनाव में ना धकेल कर निर्विरोध चुनकर देश की संसद में पहुंचना चाहिए जिससे पूरी दुनिया में काशी का गौरव और सम्मान भी बढ़ेगा।
पराड़कर स्मृति भवन में शुक्रवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए अखिल भारतीय मनीषी परिषद के अध्यक्ष डॉक्टर विद्यासागर पाण्डेय ने मार्मिक अपील की। उन्होंने आगे कहा कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जब पहली बार यहां से लोकसभा के लिए नामांकन किया था तो काशी की ड्योढ़ी को प्रणाम किया था और कहा था कि “मुझे मां गंगा ने बुलाया है”। उनके भाव को आत्मसात करते हुए यहां के लोगों ने उन्हें चुनाव में भारी मतों से विजयी बनाया था।

2014 से 2023 तक के कालखंड में सांसद और प्रधानमंत्री के रूप में अब तक किए गए उनके विशेष विकास कार्यों कि अगर सूची बनाई जाए तो कई खंडों की पुस्तक तैयार हो जाएगी। मोदी जी ने काशी के लोगों की सोच से भी बहुत आगे बढ़कर यहां के सांस्कृतिक मूल्य और धरोहरों की रक्षा के लिए जो विकास की धारा प्रवाहित की है वह देश ही नहीं पूरी दुनिया के लिए एक उदाहरण है।
2017 में प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के बाद लगता है की काशी के विकास को पंख लग गए हैं। चाहे आउटर रिंग रोड हो या इनर रिंग रोड हो या शहर में फ्लाईओवर का संजाल हो। सड़कों का जाल या चौड़ीकरण हो, घाटों का सौंदर्यीकरण, नमो घाट का विकास, दिन दयाल हस्तकला संकुल, रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर, होमी भाभा कैंसर अस्पताल, मंडुवाडीह रेलवे स्टेशन का बनारस स्टेशन के रूप में अंतरराष्ट्रीय करण और सुविधाओं से युक्त टर्मिनल, वाराणसी कैंट स्टेशन का विकास और पुनर्निर्माण, काशी को स्मार्ट सिटी का दर्जा दिलाना। सब उनके विकास कार्यों का ही नतीजा है। वाराणसी में जी-20 का सफल आयोजन भी उनके सर्वोत्तम उपलब्धि में से एक है।
ऐसे में काशी की जनता को चाहिए कि जो भी प्रत्याशी उनके खिलाफ चुनाव मैदान में उतरे उसे बलपूर्वक रोके और नरेंद्र मोदी को निर्विरोध चुनकर संसद में पहुंचाएं।
पत्रकार वार्ता को अखिल भारतीय मनीषी परिषद् के अध्यक्ष डॉ विद्या सागर पाण्डेय एवं महासचिव दिवाकर द्विवेदी ने संयुक्त रूप से सम्बोधित किया साथ में मनीषी परिषद् के रणदीप सिंह, चंद्रेश पाण्डेय, शैलेश श्रीवास्तव, हिमांशु मिश्रा, चंद्रप्रकाश दूबे, अम्बरीश उपाध्याय, प्रथमेश शर्मा आदि लोग अखिल भारतीय मनीषी परिषद् की ओर से मौजूद रहे।
