राष्ट्रीय
नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में कुछ ही घंटे शेष, तगड़ी सुरक्षा-व्यवस्था में परिंदा भी नहीं मार सकेगा पर
“मैं नरेंद्र दामोदर दास मोदी…” कुछ इसी अंदाज में तीसरी बार नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे। शपथ ग्रहण से पहले पीएम मोदी, राजघाट, पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी के समाधि स्थल ‘सदैव अटल” और वॉर मेमोरियल पहुंचे। इस भव्य शपथ ग्रहण में शामिल होने के लिए देश-विदेश से विशेष अतिथि दिल्ली पहुंच चुके हैं। राष्ट्रपति भवन में तैयारियां अंतिम दौर में हैं।

पूरे दिल्ली में सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद है। राष्ट्रपति भवन में 9 जून को शाम 07:15 बजे शपथ ग्रहण समारोह होगा। राजधानी में वीवीआईपी मूवमेंट को देखते हुए कई रूट्स डायवर्ट किये गए हैं। सिर्फ सियासी गलियारे में ही नहीं बल्कि पूरे भारत देश के हर एक कोने में मोदी सरकार 3.0 के शपथ ग्रहण से ज्यादा चर्चा इस बात को लेकर हो रही है कि नई कैबिनेट में कौन-कौन होगा ? अमित शाह से लेकर राजनाथ सिंह को कौन सा पद मिलेगा ? इसके अलावा चंद्रबाबू नायडू और नीतीश कुमार को लेकर भी लोगों की नजरें टिकी रहेंगी।
बता दें कि, इस बार बीजेपी को पूर्ण बहुमत नहीं मिला है। इसलिए गठबंधन की सरकार में विपक्षियों की अहमियत काफी बढ़ गई है। सूत्रों की मानें तो एनडीए की सहयोगी तेलुगू देशम पार्टी (TDP), जनता दल युनाइटेड (JDU) और जनता दल (सेक्युलर) समेत अन्य पार्टियों ने बीजेपी के सामने अपनी मांग रख दी है। हालांकि, अभी तक ये सामने नहीं आया है कि किस दल को क्या पोर्टफोलियो मिलने जा रहा है।

सूत्रों की मानें तो गृह मंत्रालय, वित्त मंत्रालय, रक्षा मंत्रालय और विदेश मंत्रालय जैसे महत्वपूर्ण विभागों के अलावा शिक्षा और संस्कृति जैसे दो मजबूत वैचारिक पहलुओं वाले मंत्रालय बीजेपी के पास रहेंगे, जबकि उसके सहयोगियों को पांच से आठ कैबिनेट पद मिल सकते हैं। ऐसी चर्चा है कि लोकसभा स्पीकर के पद की इच्छा नीतीश कुमार ने जाहिर की है।
पीएम मोदी के शपथ ग्रहण समारोह के मद्देनजर दिल्ली पुलिस ने नौ और दस जून के लिए राजधानी में नो फ्लाई जोन घोषित किया है। शपथ ग्रहण समारोह की सुरक्षा में एसपीजी, राष्ट्रपति के सुरक्षा गार्ड, आईटीबीपी, दिल्ली पुलिस, खुफिया विभाग की टीमें, अर्द्धसैनिक बलों के जवान, एनएसजी के ब्लैक कैट कमांडो और एनडीआरएफ की टीमें मौजूद रहेंगी।
सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने के लिए घुसपैठ चेतावनी प्रणाली और फेस आइडेंटिफिकेशन की AI तकनीक का उपयोग करने से लेकर खुफिया जगहों और ऊंची इमारतों पर स्नाइपर्स की तैनाती भी अलग-अलग स्थान पर रहेगी।
