राज्य-राजधानी
नदी में डूबने से आधा दर्जन से अधिक की मौत
बिहार में बाढ़ का संकट गंभीर होता जा रहा है। राज्य की नदियां, नाले, तालाब और अन्य जल स्रोत पूरी तरह से भर चुके हैं जिसके चलते डूबने की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। हाल के दिनों में पानी में डूबने से मौतों की संख्या में तेज़ी आई है, विशेष रूप से कोसी और सीमांचल क्षेत्रों में। बीते दो दिनों में करीब डेढ़ दर्जन लोगों की जान डूबने से गई है, जबकि नवरात्रि 2024 की कलश स्थापना के दिन गुरुवार को विभिन्न हिस्सों में छह से अधिक लोगों की मौत पानी में डूबने से हुई है।
राज्य के विभिन्न जिलों, खासकर कोसी-सीमांचल क्षेत्र में गुरुवार को डूबने से छह से अधिक लोगों की जान गई। इसके साथ ही दो बच्चों के लापता होने की खबर भी है। सुपौल, मधेपुरा, किशनगंज, पूर्णिया, कटिहार, भागलपुर, खगड़िया, और पूर्वी चंपारण सहित अन्य जिलों में ये हादसे हुए हैं। पूर्वी चंपारण में कलश स्थापना के दौरान बागमती नदी की एक उपधारा में दो लोग डूब गए, जिनकी तलाश अब भी जारी है। वहीं मधेपुरा में सुरसर नदी में डूबने से एक 40 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गई।