गाजीपुर
नंदगंज बाजार में ठेकेदार उड़ा रहे प्रदूषण नियंत्रण के नियमों की धज्जियां
जन-मानस उड़ती धूल-मिट्टी से त्रस्त
गाजीपुर। जिले के नंदगंज बाजार के पश्चिमी रेलवे क्रॉसिंग पर उत्तर प्रदेश सेतु निगम द्वारा ओवरब्रिज का निर्माण कार्य विगत कई महीनों से जारी है। इस निर्माण कार्य से उड़ने वाली धूल-मिट्टी ने राहगीरों और स्थानीय निवासियों का जीना दूभर कर दिया है। दिन-रात धूल का गुब्बार उड़ता रहता है।
चूंकि नंदगंज बाजार का यह हिस्सा आवागमन का मुख्य मार्ग होने के कारण प्रतिदिन हजारों लोगों का इस रास्ते से आना-जाना होता रहता है। लगातार उड़ती धूल से लोगों को सांस लेने में दिक्कत हो रही है। इसके साथ ही लोगों में दमा, एलर्जी और आंखों में जलन जैसी समस्याएं दिन-प्रतिदिन बढ़ रही हैं। जबकि इसके लिए सरकार और सुप्रीम कोर्ट की स्पष्ट गाइडलाइन है कि निर्माण कार्यों के दौरान कार्यस्थल और आसपास नियमित रूप से पानी का छिड़काव किया जाए, ताकि धूल प्रदूषण न फैले।

लेकिन नंदगंज में निर्माण कार्य करा रहे ठेकेदारों द्वारा इन नियमों की मनमाने रूप से खुलेआम अनदेखी की जा रही है। निर्माण कार्य स्थल पर न तो पानी का छिड़काव हो रहा है और न ही धूल रोकने के लिए कोई उपाय किया गया है।
क्षेत्र के नागरिकों का कहना है कि हम लोग क्षेत्र के विकास का स्वागत करते हैं। क्षेत्र में पुल और सड़कों का निर्माण होना चाहिए, लेकिन इस निर्माण कार्य से लगातार उड़ती धूल क्षेत्र के जनसमुदाय सहित आसपास के परिवारों को बीमार कर रही है। घर में छोटे-छोटे बच्चे हैं, उन्हें कब तक घर में बंद रखा जा सकता है। सरकार को सोचना चाहिए कि विकास कार्य किसी के स्वास्थ्य पर भारी न पड़े। हम लोग व्यापारी हैं और सरकार के साथ हैंैं, लेकिन सरकार को हमारे स्वास्थ्य की भी चिंता करनी चाहिए।
क्षेत्र के लोगों ने ओवरब्रिज का निर्माण कार्य करा रहे प्रशासनिक अधिकारियों से मांग की है कि निर्माण स्थल पर नियमित पानी का छिड़काव कराया जाए तथा प्रदूषण नियंत्रण के नियमों का पालन सुनिश्चित किया जाए, ताकि आम जनमानस को राहत मिल सके।
