चन्दौली
धनुष यज्ञ में दिखा प्रभु श्रीराम का पराक्रम

अमड़ा में रामलीला का रोमांचक आगाज़
बरहनी (चंदौली)। श्री रामलीला समिति, अमड़ा, के 79वें वर्षगांठ का आयोजन अद्भुत धूमधाम और धार्मिक उत्साह के साथ हुआ। इस शुभ अवसर पर धनुष यज्ञ का भव्य मंचन किया गया, जिसने रामायण की दिव्यता और उसके नाटकीय पलों को जीवंत कर दिया।
मंचन के दौरान राजा जनक ने स्वयंवर की एक कठिन शर्त रखी जो योद्धा भगवान शिव के धनुष की प्रत्यंचा चढ़ा देगा, वही देवी सीता के साथ विवाह का अधिकारी होगा।
स्वयंवर में एकत्रित राजा-महाराजाओं में उत्साह और प्रतिस्पर्धा चरम पर थी। रावण और बाणासुर जैसे महाबली योद्धाओं ने आत्मविश्वास से भरे, धनुष उठाने का प्रयास किया। दोनों के बीच वाक युद्ध से सभा में सन्नाटा छा गया, परंतु जब वे धनुष उठाने में असफल रहे, तो दर्शकों की उम्मीदें टूटती सी दिखीं। फिर भी, अन्य वीरों ने बारी-बारी से अपनी शक्ति का प्रदर्शन करने का प्रयास किया, किंतु वे भी असफल रहे।