गाजीपुर
दुल्लहपुर रेलवे की जमीन पर कब्जे की कोशिश नाकाम

गाजीपुर। दुल्लहपुर रेलवे स्टेशन की भूमि पर अवैध निर्माण की कोशिश को प्रशासन ने नाकाम कर दिया। यह कार्रवाई पूर्व जिला पंचायत सदस्य अनिल कुमार पांडे की शिकायत के बाद की गई। उन्होंने मंडल रेल प्रबंधक, पूर्वोत्तर रेलवे वाराणसी को पत्र लिखकर आरोप लगाया था कि रेलवे की जमीन पर मजार के नाम पर लगातार कब्जा किया जा रहा है।
अनिल पांडे के अनुसार, हर वर्ष दशहरा और दीपावली के अवसर पर, जब लोग त्योहारों में व्यस्त रहते हैं, तब निर्माण कार्य तेजी से किया जाता है। उन्होंने बताया कि 20 अक्टूबर, दीपावली की रात को मजार को भव्य मस्जिद का रूप देने के लिए लगभग 10 फीट ऊंची दीवार और पिलर खड़े किए गए।
पूर्व जिला पंचायत सदस्य ने यह भी आरोप लगाया कि यह कार्य मऊ के एक रेल अधिकारी की मदद से किया गया। उन्होंने मांग की कि इस अवैध निर्माण को तत्काल रोका जाए और कब्जे को ध्वस्त किया जाए।
मामले को गंभीरता से लेते हुए अनिल पांडे ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, नॉर्थ ईस्ट रेलवे, पीएमओ ऑफिस और इंडियन रेलवे को ट्वीट कर पूरे प्रकरण की जानकारी दी। शिकायत के बाद रेलवे सुरक्षा बल (RPF) जखनिया, उप जिलाधिकारी अतुल कुमार और दुल्लहपुर पुलिस मौके पर पहुंची और नवनिर्मित दीवार को ध्वस्त कर दिया।
अनिल पांडे ने बताया कि “अकबर बाबा नाम का व्यक्ति इस भूमि पर लगातार कब्जा करने का प्रयास कर रहा है और स्वयं को रेलवे के एक बड़े अधिकारी का रिश्तेदार बताकर दबाव बनाने की कोशिश करता है।” उन्होंने कहा कि केवल दीवार गिरा देना पर्याप्त नहीं है, बल्कि दोषी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई जरूरी है। यदि ऐसा नहीं हुआ तो वे उच्च अधिकारियों से शिकायत कर जिम्मेदारों पर कार्रवाई की मांग करेंगे।
वहीं, जखनिया के उप जिलाधिकारी अतुल कुमार ने बताया कि स्टेशन मास्टर की सूचना पर प्रशासनिक टीम मौके पर पहुंची थी। जांच में पाया गया कि अकबर बाबा ने स्वेच्छा से अपना कब्जा हटा लिया, इसलिए किसी प्रकार की वैधानिक कार्रवाई या मुकदमा दर्ज नहीं हुआ। उन्होंने बताया कि इस मामले में रेलवे सुरक्षा बल से संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन उनसे बात नहीं हो सकी।
इस घटना के बाद स्थानीय स्तर पर चर्चा है कि रेलवे की भूमि पर अवैध कब्जे की ऐसी कोशिशें पहले भी हो चुकी हैं, लेकिन इस बार प्रशासन की तत्परता से मामला तुरंत सुलझा लिया गया।