अपराध
दबंग प्रधानाध्यापक ने कक्षा नौवीं के छात्र को जानवरों की तरह पीटा

शिकायत करने गए पिता को भी कालर पकड़कर गाली गलौज करते हुए मारने की दि धमकी
रिपोर्ट – मनोकामना सिंह
मिर्जापुर| जी हां सही सुना आपने यह बात है उत्तर प्रदेश के आने वाले जनपद मिर्जापुर की है जहा जनपद मिर्जापुर में आने वाले थाना कोतवाली लालगंज पुलिस चौकी दुबार कलां स्थित गंगा शायर कला स्थित मां सावित्री बाई फुले इंटरमीडिएट कॉलेज की जहां कक्षा 9वी में पढ़ रहे छात्र विशेष कुमार को इतिहास के टीचर ने लोहे की रॉड से मारने पीटने लगा बच्चे का कसूर सिर्फ इतना था कि इतिहास के दीर्घ उत्तरीय प्रश्न का उत्तर ठीक से नहीं दे पाया क्योंकि उत्तर काफी लंबा था जिससे नाराज होकर इतिहास के अध्यापक संजय ने हाथ डंडे व लोहे की रॉड से काफी मारा पीटा जिसकी शिकायत लेकर विशेष कुमार प्रधानाध्यापक सुरेंद्र कुमार सिंह पटेल के पास गया शिकायत कर रहा था तो शिकायत सुनते सुनते प्रधानाध्यापक जी आग बबूला हो गए और विशेष कुमार को हाथ डंडे से पीटते पीटते थक गया तो उन्होंने रोहे लोहे की रॉड भी निकालनी और उस से पीटना शुरू कर दिया बीच-बचाव में स्कूल की महिला अध्यापकों ने जब उनके पास गई तो प्रधानाध्यापक ने महिला अध्यापकों को डांटते हुए भगा दिया और उसके बाद मैदान में घसीटते हुए जानवरों की तरह पीटना चालू कर दिया। छुट्टी के बाद जब विशेष कुमार घर आया और अपने पिताजी से सारी वाकया को बताया तो उसके पिताजी स्कूल पर गए और प्रधानाध्यापक से अपने बच्चे को मारने का कारण पूछा तो दबंग प्रधानाध्यापक ने बच्चे के पिता का कालर पकड़कर गाली गलौज करने लगे और मारने की धमकी देने लगे। इसके पहले भी उनके द्वारा कई बच्चों को जानवरों की तरह पीटा भी गया है। इसके बाद बच्चे के पिता ने प्रार्थना पत्र लिखवा कर पुलिस चौकी थाना व बीएसए को भी अवगत कराया। अगर इसी तरह से स्कूल के अध्यापक व प्रधानाध्यापक बच्चों को मारते पीटते रहेंगे तो बच्चे स्कूल कहां से जाएंगे और कैसे पढ़ेंगे जहां एक तरफ उत्तर प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री माननीय श्री योगी आदित्यनाथ जी कहते हैं कि किसी भी बच्चे को मारना पीटना नहीं है और उनको प्यार से समझाना और पढ़ना चाहिए यहां तो सब कुछ उल्टा देखने को मिल रहा है पूछने पर मारने की धमकी मिल रही है। अगर इसी तरीका तरह से प्राइवेट स्कूलों में आतंक मस्त आ रहा तो अभिभावक अपने बच्चों को प्राइवेट स्कूल में कैसे भेजेंगे। सब पढ़े सब बढे। का सपना कैसे पूरा होगा यह काफी चिंता का विषय है।