वाराणसी
थानाध्यक्ष ने धर्म की बेटी की धूमधाम से रचाई शादी पूरे इलाके में इस शादी की हो रही चर्चा
रिपोर्ट: मनोकामना सिंह
समाज सेवा सबसे बड़ी पूजा -राजेश त्रिपाठी,थानाध्यक्ष चौबेपुर
क्षेत्र के छित्तमपुर गांव में बुधवार की रात चौबेपुर थानाध्यक्ष राजेश त्रिपाठी ने धर्म की बेटी की शादी धूमधाम से रचाकर मिसाल कायम की।इस ऐतिहासिक शादी की चर्चा पूरे इलाके में हो रही ।
छित्तमपुर गांव निवासी लोकनाथ चौबे की बेटी प्रिया चौबे की शादी थानाक्षेत्र के ही अजांव गांव के रमाकांत उपाध्याय के बेटे आशीष उपाध्याय के संग तय थी।बेटी के बाप की आर्थिक हालत खराब होने के कारण शादी के दो दिन पहले पूरा परिवार परेशान होकर गांव के समाजसेवी रिंकू चौबे से आप बिती बताई तो इसकी उन्होंने इसकी जानकारी थानाध्यक्ष राजेश त्रिपाठी को दी। वे तत्काल अपने सहयोगियों के साथ लड़की के घर जाकर उस परिवार की हालत देखकर भावुक होकर पूरी शादी करने की योजना बना डाली। उन्होंने 300लोगों के भोजन,नाश्ते के साथ पंडाल के साथ वर व वधू को उपहार में लड़की को सोने ,चांदी के गहनों के अलावा सभी गृहस्थी के सामान खरीद कर लड़की के घर पहुंचे। बुधवार की रात वर पक्ष की ओर से भाजपा के वरिष्ठ नेता नवेंदु प्रकाश उपाध्याय बारात का नेतृत्व करते हुए पहुंचे तभी थानाध्यक्ष सहित थाने के उपनिरीक्षकों के अलावा महिला उपनिरीक्षक व कांस्टेबल ने वर पक्ष को माला पहनाकर स्वागत किया।इसके बाद 5वैदिक ब्राह्मणों के वैदिक मंत्रोच्चार के साथ द्वारचार का रस्म अदायगी की गई।द्वारचार पर बेटी के बाप की भूमिका भी थानाध्यक्ष ने निभाई।इसके बाद जयमाल पर वर वधू को आशीर्वाद भाजपा के वरिष्ठ नेता नवेंदु प्रकाश उपाध्याय, प्रधान डा.सोमकांत उपाध्याय, स्वर्णकार समाज के अध्यक्ष प्रदीप सेठ राजू, समाजसेवी धर्मवीर गुप्ता,मनोज जायसवाल,अजय गुप्ता, गीता यादव, विनोद चौबे,डा.शिवकुमार चौबे, सुनील चौबे एड,अनुपम तिवारी एड, योगेश चौबे, रिंकू तिवारी, संतोष कन्नौजिया, सुनील यादव, उपनिरीक्षक राहुल पांडेय,संजय यादव आदि कई प्रमुख लोगों ने वर वधू को आशीर्वाद दिया।इसके बाद थानाध्यक्ष ने धर्म की बेटी का विधिवत कन्यादान अपने मातहतों संग दिया।वधू के बड़ी बहनों का रस्म उपनिरीक्षक नीतू श्रीवास्तव, कांस्टेबल सरस्वती तिवारी ने दूल्हे राजा का जुता चुराई का भी रस्म पुरा किया। दुल्हन का गौना 15मई को किया जाएगा।इस शादी को ऐतिहासिक बनाने में थानाध्यक्ष ने कोई कोर कसर नहीं छोड़ी।गरीब की बेटी की ऐतिहासिक शादी बनाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी।इस ऐतिहासिक शादी की चर्चा पूरे इलाके में होती रही।