मिर्ज़ापुर
तहसील में दाखिल-खारिज की फाइलें अटकी, तहसीलदार पर उठे सवाल

मड़िहान (मिर्जापुर)। मड़िहान तहसील में दाखिल-खारिज प्रक्रिया में अनियमितता देखने को मिल रही है। तहसीलदार कोर्ट में 35 दिनों के बाद भी फ्रेश फाइलों का निस्तारण नहीं किया जा रहा, जिससे संदेह पैदा हो रहा है। अधिवक्ताओं के अनुसार, दाखिल-खारिज के लिए अधिकतर फाइलें फ्रेश हैं, जिन पर कोई आपत्ति नहीं है, फिर भी उन्हें समय से निस्तारित नहीं किया जा रहा।
दूसरी ओर, नायब तहसीलदार कोर्ट में प्रक्रिया सुचारू रूप से चल रही है।भूखंड खरीदने वाले लोगों का कहना है कि तहसीलदार बिना किसी आपत्ति और निर्धारित समय सीमा समाप्त होने के बावजूद दाखिल-खारिज नहीं कर रहे, जिससे लोगों के बीच संदेह की स्थिति बनी हुई है।
तहसीलदार को पदभार संभाले दो माह से अधिक हो चुके हैं, लेकिन स्थिति में कोई सुधार नहीं दिख रहा। इस लापरवाही को लेकर जब उपजिलाधिकारी से बात की गई तो उन्होंने मामले की जांच कराने की बात कही।