दुनिया
डोनाल्ड ट्रंप पर फायरिंग, कान को छूकर निकली गोली

पीएम मोदी समेत दुनिया भर के नेताओं ने की हमले की निंदा
रिपोर्ट – शुभम कुमार सिंह
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर जानलेवा हमला हुआ है। पेंसिल्वेनिया के बटलर में चुनावी रैली के दौरान गोलियां चलाई गईं। यह गोलियां उस समय चली जब ट्रंप मंच से बोल रहे थे। इसके बाद ट्रंप ने अपने दाहिने कान पर हाथ रखा और झुक गए। गोली उनके कान को छू कर निकली। घटना के बाद अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप को अमेरिकी सीक्रेट सर्विस एजेंट ने उन्हें कवर किया।
सूत्रों की मानें तो, सीक्रेट सर्विस के एजेंट ने शूटर को मौके पर ही ढेर कर दिया। हमलावर की पहचान और गोली चलाने का उद्देश्य अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है। घटना में रैली में आए उनके एक प्रशंसक की मौत हो गई। वहीं एक अन्य प्रशंसक घायल हो गया। इस घटना में ट्रंप बाल-बाल बच गए।
रिपोर्ट्स के अनुसार डोनाल्ड ट्रंप सुरक्षित हैं। घटना होते ही उन्हें अमेरिका की सीक्रेट सर्विस के एजेंट तुरंत मंच से उतार कर बाहर ले गए। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पेंसिल्वेनिया में हो रही इस चुनावी रैली के दौरान गोलियों के चलने की एक के बाद एक कई आवाजें सुनी गई थीं।
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डोनाल्ड ट्रंप पर हुए हमले की निंदा करते हुए सोशल मीडिया पर लिखा, “मेरे मित्र, पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर हुए हमले से मैं बहुत चिंतित हूँ। इस घटना की कड़ी निंदा करता हूँ। राजनीति और लोकतंत्र में हिंसा का कोई स्थान नहीं है। उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूँ। हमारी संवेदनाएँ और प्रार्थनाएँ मृतकों के परिवार, घायलों और अमेरिकी लोगों के साथ हैं।”
अमेरिका में हिंसा की कोई जगह नहीं है –
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इस घटना को लेकर मीडिया को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि, “अमेरिका में हिंसा की कोई जगह नहीं है। हमें देश के तौर इस घटना की निंदा करनी चाहिए। मैंने डोनाल्ड ट्रंप से बात करने की कोशिश की है। लेकिन डाॅक्टर उनका चेकअप कर रहे हैं, ऐसे में उनसे बात नहीं हो पाई।”
इससे पहले राष्ट्रपति जो बाइडेन ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट साझा की। उन्होंने लिखा, “मुझे ट्रंप की रैली में शूटिंग के बारे में पता चला। मैं यह जानकर शुक्रगुजार हूं कि ट्रंप सुरक्षित हैं। उनके परिवार और रैली में मौजूद सभी लोगों के लिए प्रार्थना कर रहा हूं। जिल और मैं सीक्रेट सर्विस के आभारी हैं कि उन्होंने ट्रंप को सुरक्षित जगह पर पहुंचाया।”