वाराणसी
डेनमार्क से आए विदेशी छात्रों का नागेपुर में जोरदार स्वागत, आदर्श गांव का देखा विकास
डेनमार्क के हसेरिस जिमनैजियम कॉलेज से आए 41 सदस्यों का दल पहुंचा आदर्श गांव नागेपुर
विदेशी छात्रों ने ग्रामवासियों संग पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का दिया संदेश
मिर्जामुराद (वाराणसी)। डेनमार्क से आए 41 विदेशी छात्रों का दल शुक्रवार को प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम नागेपुर का शैक्षणिक भ्रमण किया। लोक समिति आश्रम में आयोजित स्वागत समारोह में लोक समिति संयोजक नन्दलाल मास्टर और ग्राम प्रधान मुकेश कुमार के नेतृत्व में लोक समिति कार्यकर्ताओं ने सभी मेहमानों को माला पहनाकर, अंगवस्त्र देकर स्वागत किया।
शैक्षणिक भ्रमण के दौरान मेहमानों ने लोक समिति के ज़रिए नागेपुर के लोक समिति आश्रम, आशा सामाजिक विद्यालय, नन्दघर, कृषक प्रशिक्षण केंद्र, यात्री प्रतीक्षालय, अम्बेडकर पार्क और गांव में बने इज़्ज़तघर (शौचालय) को देखा। इस दौरान विदेशी सैलानियों ने गांव की लड़कियों, महिलाओं और नवयुवकों से मुलाकात की।

उन्होंने गांव की लड़कियों और महिलाओं के साथ यूरोप और भारत में उनकी शिक्षा और सामाजिक स्थिति पर अनुभव साझा किए। जब गांव की कई लड़कियों ने कहा कि वे कम उम्र में शादी नहीं करना चाहतीं और अपनी पढ़ाई करके अपने पैरों पर खड़ी होना चाहती हैं, तो उनका यह जवाब सुनकर मेहमान बहुत उत्साहित हुए।
मेहमानों में डेनमार्क के हसेरिस जिमनैजियम कॉलेज से आए प्रोफेसर ओले द्रुब, अन्ने मेजिन और क्रिस्फर ने अपने विचार रखे। इस दौरान लोक समिति आश्रम में छात्रों के साथ बेहतर शिक्षा व्यवस्था और पर्यावरण संरक्षण पर कार्यशाला आयोजित की गई। वक्ताओं ने कहा कि पूरी दुनिया जल संकट और ग्लोबल वार्मिंग से जूझ रही है, ऐसे में हम सभी को आधुनिक विकास के साथ-साथ अपनी संस्कृति और पर्यावरण को बचाना जरूरी है।

मेहमानों ने ग्रामीणों के साथ मिलकर गांव में पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। इस दौरान सभी विदेशी छात्रों ने आपस में सहयोग जुटाकर आशा सामाजिक स्कूल के सभी 280 छात्रों को जूते-मोज़े उपहार में दिए।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से ग्राम प्रधान मुकेश कुमार, नीरज, साक्षी, रंजूसिंह, तानिया, सोनी, अनीता, मनीषा, शिवकुमार, रामबचन, श्यामसुंदर मास्टर, सुनील, आशीष, विद्या, शमा बानो, मंजीता, ज्योति, सीमा, मनीष आदि लोग उपस्थित रहे। स्वागत लोक समिति संयोजक नन्दलाल मास्टर ने किया और संचालन नंदन उपाध्याय ने किया।
