वाराणसी
डीएम ने बैंकों को दिये निर्देश – “सीडी रेशियो सुधारें और केसीसी वितरण में लायें तेजी”

किसानों और मत्स्य पालकों को मिलेगा अधिक ऋण
वाराणसी। जनपद के कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार की अध्यक्षता में जिला सलाहकार एवं समन्वय समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक में सीडी रेशियो (क्रेडिट डिपॉजिट अनुपात) बढ़ाने पर विशेष जोर देते हुए जिलाधिकारी ने बैंकों को अधिक से अधिक ऋण वितरण के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि किसानों और मत्स्य पालकों का केसीसी (किसान क्रेडिट कार्ड) तेजी से बनाया जाए, ताकि कृषि और मत्स्य क्षेत्र को वित्तीय मजबूती मिल सके।
मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल की उपस्थिति में हुई इस बैठक का संचालन अग्रणी जिला प्रबंधक अविनाश अग्रवाल ने किया। यूनियन बैंक ऑफ इंडिया से प्रेम नाथ रॉय, भारतीय रिजर्व बैंक से अमित गुप्ता और नाबार्ड से सोनिका राणा सहित कई बैंकों के जिला समन्वयक भी बैठक में उपस्थित रहे।
जिलाधिकारी ने बताया कि वाराणसी जिले ने प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्र अंतर्गत वार्षिक ऋण योजना में 112% उपलब्धि हासिल की है। हालांकि मार्च 2025 में सीडी रेशियो 57.01% रहा, जिसे आगे बढ़ाने की आवश्यकता है। उन्होंने मत्स्य विभाग को निर्देशित किया कि सभी जारी किए गए मत्स्य पट्टों के लाभार्थियों से गुणवत्तापूर्ण आवेदन लेकर केसीसी दिलवाने की प्रक्रिया पूरी कराएं।
मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान के अंतर्गत वाराणसी ने प्रदेश में दूसरा स्थान प्राप्त किया, जिसके लिए बैंकों की सराहना की गई। सीसीएल लिंकेज, मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना, एक जनपद एक उत्पाद योजना और ग्रामोद्योग रोजगार योजना के लक्ष्यों की सफल प्राप्ति पर भी चर्चा हुई।
नाबार्ड प्रतिनिधि सोनिका राणा ने एग्रीकल्चर इंफ्रास्ट्रक्चर योजना के अंतर्गत ऋण वितरण को और बढ़ावा देने की बात कही। भारतीय रिजर्व बैंक के अमित गुप्ता ने बताया कि सभी ब्लॉकों में वित्तीय साक्षरता केंद्र (सीएफएल) कार्यरत हैं, जहां आरोह फाउंडेशन के सहयोग से साइबर सुरक्षा और माइक्रो बीमा पर आम जनता को जागरूक किया जा रहा है।
बैठक का समापन अग्रणी जिला प्रबंधक अविनाश अग्रवाल द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ किया गया।