वाराणसी
डाक कर्मियों ने सीखा आग बुझाने का हुनर, पीएमजी ने दिये सुरक्षा के मंत्र

वाराणसी। गर्मी के मौसम में आग लगने की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए वाराणसी परिक्षेत्र में प्रधान डाकघर कैंट परिसर में विशेष अग्नि सुरक्षा अभ्यास सत्र का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम की अगुवाई वाराणसी परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल (पीएमजी) कर्नल विनोद कुमार, पीएमजी ने की। उन्होंने कहा कि आग की खोज और उसके उपयोग ने मानव जीवन को नया आकार दिया है, लेकिन इसके साथ खतरे भी जुड़ गए हैं।
कर्नल विनोद ने कहा कि डाक कर्मियों को अग्निशमन का प्रशिक्षण देना समय की मांग है। साथ ही प्रधान डाकघर की अग्नि सुरक्षा क्षमताओं की समीक्षा भी जरूरी है। इस उद्देश्य से फायर विभाग और नागरिक सुरक्षा विभाग के सहयोग से यह अभ्यास आयोजित किया गया।
सत्र के पहले चरण में फायर स्टेशन ऑफिसर श्री इंद्रजीत वर्मा ने प्रजेंटेशन के माध्यम से आग के प्रकार, आग लगने की स्थिति में बरती जाने वाली सावधानियों और अग्निशमन उपकरणों के सही उपयोग के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आग को ईंधन के आधार पर श्रेणियों—ए, बी, सी, डी, के और विद्युत आग—में बांटा जाता है और हर श्रेणी की आग को बुझाने का तरीका भिन्न होता है।
कर्नल विनोद ने कहा कि श्रेणी ‘ए’ की आग में जलने योग्य वस्तुएं जैसे लकड़ी, कागज, कपड़ा, प्लास्टिक आदि आते हैं, जिसे पानी से बुझाया जा सकता है। वहीं श्रेणी ‘बी’ (ज्वलनशील तरल पदार्थ) और ‘सी’ (विद्युत उपकरण) की आग में पानी का उपयोग नहीं करना चाहिए। उन्होंने बताया कि कई बार गाड़ियों में आग लगने पर यात्री घबरा जाते हैं, ऐसे में खिड़की तोड़ने के लिए कार में छोटा हथौड़ा रखना चाहिए या जरूरत पड़ने पर कोहनी से शीशा तोड़ा जा सकता है।
कार्यक्रम के दौरान नागरिक सुरक्षा विभाग के वार्डन श्री संजय कुमार राय ने आपात स्थिति में नागरिकों की सुरक्षा और घायल व्यक्तियों की सहायता के उपायों पर प्रकाश डाला।
प्रशिक्षण सत्र के व्यावहारिक भाग में फायर विभाग के अधिकारियों ने अग्निशमन यंत्रों एवं घरेलू उपायों से आग बुझाने के कौशल का प्रदर्शन किया। क्षेत्रीय कार्यालय के श्री प्रकाश ने जलते सिलेंडर को नियंत्रित ढंग से बुझाया, जबकि सहायक अधीक्षक सुश्री पल्लवी ने मात्र एक उंगली से सिलेंडर की आग बुझा कर सभी को चकित कर दिया। सहायक निदेशक श्री एम. एम. हुसैन ने गीले तौलिये से आग पर नियंत्रण पाकर कौशलता का प्रदर्शन किया।
अंत में, कर्नल विनोद कुमार ने कहा कि कार्यालयों में उच्च गुणवत्ता वाले अग्निशमन यंत्र उपलब्ध कराए जाएंगे। साथ ही भविष्य में कर्मचारियों के लिए रस्सियों या फुलाए हुए स्लाइडर्स की सहायता से आपात स्थिति में सुरक्षित बाहर निकलने का प्रशिक्षण भी आयोजित किया जाएगा।