वाराणसी
जलवायु परिवर्तन से ही जलमग्न हुआ दुबई, भारत में भी मौसम चक्र में बदलाव का दौर जारी : मनीष सिंह
वाराणसी। काशी विद्यापीठ में शनिवार को ‘महामना मदन मोहन मालवीय हिन्दी पत्रकारिता संस्थान’ के सभागार में एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। पत्रकारिता की शिक्षा प्राप्त कर रहे छात्र-छात्राओं के साथ यह संगोष्ठी जलवायु परिवर्तन और जन स्वास्थ्य पर पड़ रहे प्रतिकूल प्रभाव पर केंद्रित रही।
संगोष्ठी का मुख्य उद्देश्य पत्रकारिता के क्षेत्र में उभरती हुई प्रतिभाओं को पर्यावरणीय मुद्दों के प्रति संवेदनशील बनाना था। संगोष्ठी की शुरुआत संस्थान के निदेशक डॉक्टर नागेंद्र कुमार सिंह ने की। उन्होंने ‘क्लाइमेट एजेंडा’ के लोगों का स्वागत करते हुए इस तरह के आयोजनों की सार्थकता पर प्रकाश डाला।
‘क्लाइमेट एजेंडा’ की निदेशक एकता शेखर ने संस्था द्वारा किए जा रहे प्रयास की बात की। उन्होंने जलवायु परिवर्तन के कारण और मानव स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रभाव पर भी चर्चा की। खास बात यह रही की उन्होंने जलवायु परिवर्तन के वैज्ञानिक पहलू पर भी बारीकी से प्रकाश डाला। इस बात का ख्याल रखा की वैज्ञानिक भाषा में कितनी सरल व्याख्या और शब्दावली के माध्यम से छात्र-छात्राओं को समझाया जा सके।
बातचीत के दौरान, उन्होंने उपस्थित लोगों से अपील करते हुए कहा कि, “भविष्य के पत्रकार इस बात का विशेष ध्यान रखें कि पर्यावरण से जुड़े मुद्दों की व्याख्या आमजन के लिए कैसे सरलतम और स्थानीय शब्दों में हो।”
क्लाइमेट एजेंडा की ओर से कैंपेनर मनीष सिंह ने बताया कि, “जलवायु परिवर्तन का सीधा प्रभाव दिखने लगा है। जलवायु परिवर्तन के कारण ही दुबई जैसी जगह पर बारिश हो रही है और वह शहर जलमग्न हो गया था। भारत में भी मौसम क्षेत्र में काफी बदलाव आया है। इसलिए जरूरी है कि संवेदनशील पत्रकारिता की मदद से आम लोगों और नीति निर्माताओं को पर्यावरणीय विषय पर सचेत किया जाए। रोजगार, इंटरनेट और संचार क्रांति के दौड़ में विभिन्न माध्यमों को प्रयोग कर जनता तक जलवायु परिवर्तन से जुड़ी चीज ला सकते हैं।”
कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं ने काफी संख्या में भागीदारी की। पर्यावरण, जलवायु परिवर्तन, कूड़े के निस्तारण और बिजली से संचालित EV वाहनों के भविष्य जैसे महत्व से जुड़े सवाल पूछे।
कार्यक्रम का संचालन और धन्यवाद ज्ञापन पत्रकारिता संस्थान के वरिष्ठ शिक्षक प्रोफेसर वशिष्ठ नारायण सिंह ने किया। इस अवसर पर संस्था के सभी छात्र-छात्राएं और अन्य लोग मौजूद रहे।