वाराणसी
जर्जर भवन हादसे को दे रहा दावत, नगर निगम की कार्रवाई का इंतजार
वाराणसी। काशी करवट मंदिर के पास स्थित नेपाली खपड़ा में एक बेहद जर्जर भवन कभी भी गिर सकता है। नगर निगम के सामान्य विभाग के एई द्वारा 18 अगस्त को की गई जांच रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है। रिपोर्ट में बताया गया है कि इस मकान का एक हिस्सा गिरने से पहले ही एक व्यक्ति की मौत हो चुकी है, लेकिन इसके बावजूद अब तक नगर निगम की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
स्थानीय लोग यह मानने लगे हैं कि शायद अधिकारियों को किसी और अनहोनी का इंतजार है।इस जर्जर भवन की स्थिति चिंताजनक है, क्योंकि यह स्थान पांचो पंडवा में हाल ही में गिरे मकान से चंद कदमों की दूरी पर है। काशी विश्वनाथ मंदिर के दर्शन के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु रोजाना इसी मार्ग से गुजरते हैं, जिससे यह खतरा और बढ़ जाता है। यह सिर्फ एक उदाहरण है, पूरे शहर में कई जर्जर भवन हैं जो किसी भी वक्त गिर सकते हैं। गुरुधाम कॉलोनी में राम जानकी मंदिर के पास बी-24/20 स्थित एक और जर्जर मकान का एक हिस्सा 8 अगस्त को गिरा था।
हालांकि उस समय कोई जान-माल की हानि नहीं हुई थी। मकान स्वामी गीता देवी ने नगर निगम में कई बार मकान गिरवाने का आवेदन दिया, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। 17 सितंबर को हुई भारी बारिश के बाद इस भवन की स्थिति और भी खराब हो गई है और जर्जर भवन का बचा हुआ शेष हिस्सा गिर गया है। नगर निगम की लापरवाही से कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। इसका जिम्मेदार नगर निगम स्थाई प्रशासन होगा।