वाराणसी
जनपद में विशेष अभियान चलाकर बनाए जाएंगे आयुष्मान कार्ड
प्रमुख सचिव चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण ने पत्र जारी कर दिये दिशा निर्देश
दीपावली पर घर आने वाले प्रवासियों व पात्र गृहस्थी राशनकार्ड धारकों के आयुष्मान कार्ड बनाने पर जोर
कोटेदारों और पंचायत सहायकों से लें मदद, 31 दिसंबर तक चलेगा अभियान
वाराणसी: पात्र लाभार्थियों का आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए प्रदेश भर में विशेष अभियान शुरू किया गया है जो 31 दिसम्बर तक चलेगा। अभियान के दौरान दीपावली पर घर आने वाले पात्र प्रवासियों और गृहस्थी राशन कार्ड पात्रता सूची में छह या उससे अधिक सदस्यों वाले लाभार्थी परिवारों को सेवा देने पर विशेष जोर होगा। इस सम्बन्ध में प्रमुख सचिव चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण उत्तर प्रदेश पार्थ सारथी सेन शर्मा ने वाराणसी समेत सभी जिलों को पत्र जारी कर विस्तृत दिशा निर्देश दिए हैं। पत्र के अनुसार कार्ड बनवाने में कोटेदारों और पंचायत सहायकों से भी मदद लेने के लिए कहा गया है। यह जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ संदीप चौधरी ने दी।
सीएमओ का कहना है कि जिलाधिकारी एस राजलिंगम व मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल के नेतृत्व व निर्देशन में इस बारे में आवश्यक कार्रवाई की जा रही है। आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना और मुख्यमंत्री जन आरोग्य अभियान के तहत आयुष्मान कार्ड धारक प्रति लाभार्थी परिवार को पांच लाख रुपये तक के इलाज की सुविधा दी जाती है। कार्डधारकों को देश के किसी भी सम्बद्ध सरकारी और निजी अस्पताल में भर्ती होने के बाद यह सुविधा बिना समय गवाएं मिलती है। इस योजना से हाल ही में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम की पात्र गृहस्थी राशन कार्ड पात्रता सूची में छह या उससे अधिक सदस्यों वाले परिवारों को भी जोड़ा गया है। ऐसे परिवारों को भी योजना में शामिल किया गया है जिनमें केवल वरिष्ठ नागरिक ही सदस्य हैं और पात्र गृहस्थी राशन कार्ड के भी लाभार्थी हैं। ऐसे नये सदस्यों का कार्ड बनाने पर अधिक जोर है।
प्रमुख सचिव के पत्र के अनुसार विशेष अभियान के दौरान प्रदेश के सभी ग्राम पंचायतों और शहरी वार्डों में आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए कैम्प लगाये जाएंगे। कैम्प के एक दिन पहले योजना के लाभार्थियों को आशा कार्यकर्ता और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के जरिये आयोजन स्थल की सूचना दी जाएगी। ग्राम पंचायतों में प्रचार-प्रसार के लिए माईकिंग का भी उपयोग किया जायेगा। प्रत्येक ब्लॉक के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी इस अभियान के नोडल अधिकारी होंगे और वह एक नोडल टीम गठित करेंगे जो कार्ययोजना को पूरा कराएगी। अभियान की सफलता के लिए स्थानीय जनप्रतिनिधियों और स्वयंसेवी संस्थाओं का भी सहयोग लेने के लिए कहा गया है । प्रमुख सचिव ने इस अभियान में उत्कृष्ट कार्य करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों को सम्मानित करने का भी निर्देश दिया है।
आयुष्मान एप का करें प्रचार – सीएमओ ने बताया कि प्रमुख सचिव ने निर्देश है कि लोगों के बीच आयुष्मान एप की मदद से खुद आयुष्मान कार्ड बनाने के तरीकों के बारे में प्रचार प्रसार करें। जन औषधि केंद्रों और समाचार पत्रों के माध्यम से क्यू आर कोड का प्रदर्शन किया जाए जिसे स्कैन कर लोग अपने मोबाइल में आयुष्मान एप के इस्तेमाल के तरीके का वीडियो देख सकें और खुद अपना कार्ड बना सकें।
2.5 करोड़ लाभार्थियों का बनना है कार्ड – प्रमुख सचिव के पत्र के अनुसार पात्र गृहस्थी राशन कार्ड पात्रता सूची में प्रदेश के छह या उससे अधिक सदस्यों वाले 49.74 लाख परिवारों और सभी वरिष्ठ सदस्यों वाले 11.74 लाख परिवारों को योजना में शामिल किया गया है। पात्र गृहस्थी राशन कार्ड वाले 3.48 करोड़ पात्र लाभार्थियों में से केवल एक करोड़ लाभार्थियों का ही आयुष्मान कार्ड अभी तक बनाया जा सका है। अभियान के जरिये 2.5 करोड़ अन्य लाभार्थियों का कार्ड बनाने पर विशेष जोर होगा।
वाराणसी की स्थिति – जनपद में आयुष्मान भारत योजना के नोडल अधिकारी डॉ आरके सिंह ने बताया कि आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत 12.82 लाख लाभार्थियों के सापेक्ष अबतक 9,38,332 लाख लाभार्थियों के कार्ड बने हैं। अब तक 1,97,238 परिवार कवर किए जा चुके हैं। प्रमुख सचिव से प्राप्त पत्र में मिले दिशा निर्देशों के अनुसार विशेष अभियान के जनपद स्तरीय माइक्रोप्लानिंग की जिम्मेदारी ब्लॉक स्तर को दी गई है। डीआईएसएम नवेन्द्र सिंह ने बताया कि 17 सितंबर से आयुष्मान आपके द्वार 3.0 शुरू किया गया था। तब से लेकर पिछले ढाई माह में करीब 3.4 लाख से अधिक कार्ड बनाए गए हैं। अब तक दो लाख से अधिक लाभार्थियों का इलाज योजना के तहत किया जा चुका है।