गोरखपुर
छह दिन तक छाएंगे उत्सव के रंग, बाजारों में दिखेगी रौनक

गोरखपुर। कार्तिक मास का शुभ पर्व दीपावली इस बार 20 अक्टूबर 2025 को मनाया जाएगा। धनतेरस से शुरू होकर भाई दूज तक छह दिन तक शुभ त्योहारों की श्रृंखला रहेगी। इस दौरान हर दिन का विशेष धार्मिक महत्व रहेगा।
धनतेरस – 18 अक्टूबर (शनिवार)
कार्तिक कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि 18 अक्टूबर दोपहर 12:18 बजे से आरंभ होकर 19 अक्टूबर दोपहर 1:51 बजे तक रहेगी। प्रदोष काल को देखते हुए धनतेरस का पर्व 18 अक्टूबर को ही मनाया जाएगा। इस दिन भगवान धनवंतरि की पूजा और सोने-चांदी के बर्तन खरीदने की परंपरा है।
छोटी दिवाली (नरक चतुर्दशी) – 19 अक्टूबर (रविवार)
धनतेरस के अगले दिन 19 अक्टूबर को छोटी दिवाली या नरक चतुर्दशी का पर्व मनाया जाएगा। इस दिन नरकासुर वध की स्मृति में दीपदान किया जाता है। इसे नरक चतुर्दशी के नाम से भी जाना जाता है, भगवान कृष्ण द्वारा नरकासुर राक्षस के वध के उपलक्ष्य में मनाई जाती है, जिसकी विजय सत्यभामा की सहायता से हुई थी। इस दिन यमराज की भी पूजा की जाती है और अकाल मृत्यु से मुक्ति पाने व पापों से क्षमा याचना के लिए यमराज के लिए दीपदान भी किया जाता है। इस बार छोटी दिवाली का शुभ मुहूर्त 19 अक्टूबर को रात 11 बजकर 41 मिनट से लेकर रात 12 बजकर 31 मिनट तक रहेगा।
दिवाली – 20 अक्टूबर (सोमवार)
प्रदोष व्यापिनी अमावस्या ही दिवाली पर ग्राह्य होती है जो कि अगले दिन 04: 15 बजे तक रहेगी। ऐसे में धर्मशास्त्र और ज्योतिषीय सिद्धांत के आधार पर दिवाली का पर्व 20 अक्टूबर को ही मनाया जाएगा। इस दिन शाम 7 बजकर 8 मिनट से रात 8 बजकर 18 मिनट तक पूजा का शुभ मुहूर्त रहेगा।
कार्तिक अमावस्या – 21 अक्टूबर (मंगलवार)
धर्म ग्रंथों में कार्तिक मास की अमावस्या का विशेष महत्व बताया गया है। इस तिथि पर दिवाली पर्व मनाया जाता है वहीं पितरों की शांति के लिए तर्पण-श्राद्ध आदि भी किया जाता है। इस बार कार्तिक मास की अमावस्या 2 दिन रहेगी। इनमें से एक दिन दिवाली पर्व मनाया जाएगा, वहीं दूसरे दिन पितरों की शांति के लिए श्राद्ध आदि करना शुभ रहेगा।
गोवर्धन पूजा – 22 अक्टूबर (बुधवार)
कार्तिक शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि 21 अक्टूबर शाम 5:54 बजे से शुरू होकर 22 अक्टूबर रात 8:16 बजे तक रहेगी। इसी दिन गोवर्धन पूजा का पर्व मनाया जाएगा। श्रद्धालु भगवान श्रीकृष्ण द्वारा गोवर्धन पर्वत उठाने की कथा का स्मरण करते हुए अन्नकूट का भोग लगाते हैं।
भाई दूज – 23 अक्टूबर (गुरुवार)
कार्तिक शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि 22 अक्टूबर रात 8:16 बजे से आरंभ होकर 23 अक्टूबर रात 10:46 बजे तक रहेगी। भाई दूज का पर्व 23 अक्टूबर को मनाया जाएगा। बहनें अपने भाइयों को तिलक लगाकर उनकी लंबी उम्र और सुख-समृद्धि की कामना करेंगी। तिलक का शुभ मुहूर्त दोपहर 1:13 से 3:28 बजे तक रहेगा।