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छत्तीसगढ़: सुरक्षाबलों को मिली बड़ी कामयाबी, 12 नक्सली ढेर

छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले और तेलंगाना सीमा के घने जंगलों में सुरक्षाबलों ने माओवादियों के खिलाफ एक बड़ा और सफल अभियान चलाया। इस संयुक्त ऑपरेशन में डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड (डीआरजी), कोबरा बटालियन, और सीआरपीएफ (229वीं बटालियन) के जवानों ने 12 नक्सलियों को मार गिराया।सुबह 9 बजे शुरू हुई मुठभेड़ के दौरान सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच रुक-रुककर गोलीबारी जारी है।
मुठभेड़ स्थल मारूढ़बाका और पुजारी कांकेर इलाके के घने जंगलों में स्थित है जहां सुरक्षाबलों ने पहले से मौजूद खुफिया जानकारी के आधार पर नक्सलियों को घेर लिया।अब तक की कार्रवाई में सुरक्षाबलों ने नक्सलियों से एक एसएलआर, अन्य आधुनिक हथियार और गोला-बारूद बरामद किए हैं। मुठभेड़ स्थल पर सुरक्षा बलों की उपस्थिति और नक्सलियों की जवाबी फायरिंग के चलते हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं।
नक्सलियों के बड़े नेताओं की मौजूदगी की आशंकासूत्रों के अनुसार, इस क्षेत्र में नक्सलियों के शीर्ष नेताओं की मौजूदगी की सूचना थी। इसे ध्यान में रखते हुए सुरक्षाबलों ने सटीक रणनीति बनाकर ऑपरेशन को अंजाम दिया। इस अभियान में तेलंगाना के ग्रेहाउंड्स के जवान भी शामिल हैं, जिन्होंने ऑपरेशन में अपनी भूमिका निभाई।चार दिन पहले ही सुरक्षाबलों ने नेशनल पार्क क्षेत्र के जंगलों में माओवादियों के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई करते हुए तीन नक्सलियों को मार गिराया था लगातार हो रही इन कार्रवाइयों के जरिए सुरक्षा बल नक्सल प्रभावित इलाकों में माओवादी नेटवर्क को कमजोर करने की दिशा में काम कर रहे हैं।
बीजापुर, सुकमा और दंतेवाड़ा जैसे नक्सल प्रभावित जिलों के सुरक्षा बलों ने आपसी समन्वय से इस ऑपरेशन को अंजाम दिया। कोबरा बटालियन और डीआरजी की अलग-अलग टुकड़ियों ने माओवादियों की गतिविधियों पर पहले से नजर बनाए रखी थी जिसका नतीजा इस सफल अभियान के रूप में सामने आया।यह ऑपरेशन नक्सल प्रभावित इलाकों में बढ़ती माओवा
दी गतिविधियों और सुरक्षा बलों पर हो रहे हमलों का जवाब है। सुरक्षा बल माओवादियों के खिलाफ लगातार सख्त कार्रवाई कर रहे हैं और यह अभियान उसी रणनीति का हिस्सा है।